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अब यूपी के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य मरीजों को मिलेगी ये सुविधा, योगी सरकार ने जारी किया बजट

योगी सरकार ने प्रदेश के 975 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी खून जांचों और अल्ट्रासाउंड सुविधा के लिए 25 करोड़ रुपये का बजट जारी किया है, जिससे ग्रामीण मरीजों को समय पर जांच और जिला अस्पतालों पर दबाव में कमी मिलेगी.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Blood tests and ultrasound facilities will be available at community health centers in UP
Courtesy: unsplash

उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश के सभी 975 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अब रक्त जांच से लेकर अल्ट्रासाउंड तक की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को 25 करोड़ रुपये का विशेष बजट स्वीकृत किया गया है. यह कदम मरीजों को न सिर्फ बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देगा बल्कि जिला अस्पतालों पर मौजूद भारी भीड़ का दबाव भी कम करेगा. अनुमान है कि नए साल से मरीजों को ये सुविधाएं मिलना शुरू हो जाएंगी.

सभी सीएचसी पर बढ़ेंगी जांच सुविधाएं

सरकार द्वारा जारी 25 करोड़ रुपये के बजट से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जरूरी मशीनें और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे. अब तक जहां सिर्फ प्राथमिक इलाज होता था, वहीं अब खून की सभी जांचें और अल्ट्रासाउंड सुविधा भी मिलेगी. इससे ग्रामीण मरीजों को समय पर निदान का विकल्प मिलेगा.

150 से अधिक प्रकार की रक्त जांचें उपलब्ध

संयुक्त सचिव आनंद कुमार राय के शासनादेश के अनुसार, एक पैथोलॉजी में लगभग 150 से अधिक प्रकार की रक्त जांचें संभव होती हैं. स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. रतन पाल सिंह सुमन ने बताया कि इन जांचों के उपलब्ध होने से बीमारियों की पहचान में आसानी होगी और मरीजों को व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी.

रियेजेंट खरीद अब होगी निर्बाध

निजी कंपनियां जांचों के लिए जरूरी रियेजेंट उपलब्ध कराती हैं, जिनकी खरीद अस्पतालों को खुद करनी होती है. नए बजट से यह खरीद अब सुचारु रूप से हो सकेगी, जिससे जांचों में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आएगी और मरीजों को समय पर रिपोर्ट मिल पाएगी.

उपचार प्रक्रिया होगी अधिक प्रभावी

समय पर जांच होने से बीमारियों का निदान तेजी से होगा और उपचार में देरी नहीं होगी. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि नई सुविधाओं के बाद मरीजों को बाहरी लैब या अन्य जगहों पर जाने की जरूरत कम होगी. इससे इलाज की गुणवत्ता भी सुधरेगी.

जिला अस्पतालों पर कम होगा भार

स्वास्थ्य महानिदेशक के अनुसार, जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी मूलभूत जांचें उपलब्ध होंगी तो जिला अस्पतालों पर आने वाला अतिरिक्त दबाव खत्म होगा. इससे बड़ी भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और मरीजों की परेशानी भी कम होगी.