बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह को लोकसभा चुनाव नहीं लड़ पाने का दर्द एक बार फिर झलका. कैसरगंज के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह को 2024 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने टिकट नहीं दिया. उनकी जगह उनके बेटे को उम्मीदवार बनाया गया. बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. अब चुनाव बीतने के बाद बृजभूषण सिंह ने कहा कि बीजेपी उन्हें दूसरा मौका कभी नहीं देगी.
जब उनसे पूछा गया कि क्या आरोपों की वजह से उन्हें चुनाव टिकट नहीं मिला, तो पूर्व सांसद ने कहा कि मेरे बेटे को टिकट मिल गया है. करण भूषण सिंह ने उस निर्वाचन क्षेत्र को जीत लिया है जिसका प्रतिनिधित्व उनके पिता 2009 से कर रहे थे. आज परसपुर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा, भाजपा अब मुझे कभी मौका नहीं देगी. मुझे पता है कि पार्टी मुझे मौका नहीं देगी. मैं मुंगेरीलाल की तरह सपने नहीं देखता. जो देखना चाहे, देख ले.
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख पर कई महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया गया है. पिछले साल आरोपों को लेकर हुए बड़े विवाद और देश के शीर्ष पहलवानों के हफ़्तों तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद उन्हें फेडरेशन के शीर्ष पद से हटा दिया गया था. उन्हें लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ने दिया गया और उनकी जगह उनके बेटे को मैदान में उतारा गया.
इस मामले की सुनवाई पिछले सप्ताह शुरू हुई थी. इस दिग्गज नेता पर यौन उत्पीड़न, महिला के खिलाफ बल प्रयोग और आपराधिक धमकी से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराएं लगाई गई हैं. हालांकि बृजभूषण सिंह ने किसी भी तरह की गलती से इनकार करते हुए खुद को निर्दोष बताया है. उन्होंने कहा, जब मैंने कोई गलती नहीं की है, तो मैं उसे क्यों स्वीकार करूंगा?
बृजभूषण शरण सिंह यूपी के गोंडा जिले में अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र के दौरे पर गए थे. वे परसपुर में रुके, जहां समाजवादी पार्टी के नेता ओम प्रकाश सिंह की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. वे वहां परिजनों से मिलने गए थे.