Badaun Double Murder: 'असल मुद्दों की हार.. धार्मिक लड़ाई आखिरी हथियार..', बदायूं कांड को लेकर सपा का करारा वार

Badaun Double Murder: बदायूं में डबल हत्याकांड घटना को लेकर सियासत तेज हो चली है. सपा ने बीजेपी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी यूपी में दंगा फसाद सांप्रदायिक तनाव खड़ा करके चुनाव जीतना चाहती है. यहीं वजह है कि ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही है.

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Badaun Double Murder: उत्तर प्रदेश के बदायूं में मोहम्मद साजिद नाम का स्थानीय नाई मंगलवार रात करीब 8 बजे अपने पड़ोसी विनोद के घर में घुस गया. उसने उसके दो नाबालिग बेटों का गला कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी. वहीं तीसरे बेटा घायल हो गया. 

आरोपी ने तीसरे बेटे पीयूष पर भी हमला किया गया लेकिन वह भागने में सफल रहा. स्थानीय लोगों ने साजिद की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए दुकानों में आग लगा दी. बाद में आरोपी को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया गया. हत्या के बाद अब जीवित बचा भाई इस मामले में चश्मदीद गवाह बन गया है.

धार्मिक लड़ाई ही BJP का आखिरी हथियार 

इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा "BJP प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव खड़ा करना चाहती है और इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही है. BJP जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद, धार्मिक लड़ाई ही भाजपा का आखिरी हथियार है. बीजेपी के इशारे पर ही कई गुंडे बदमाश खुले घूम रहे है और पार्टी के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई-झगड़ा बढ़ रहा है."

जानें वारदात की पूरी कहानी? 

साजिद बाबा कॉलोनी में आरोपी नाई की दुकान चलाता था और उनके पिता विनोद को जानता था. बीते मंगलवार शाम को वह घर में घुसा और 5,000 रुपये उधार मांगे. जब बच्चों की मां उसके लिए चाय बनाने के लिए कमरे से बाहर गई तो वह घर की दूसरी मंजिल पर गया और विनोद के तीन बच्चों आयुष, पीयूष और अहान पर हमला कर दिया.पुलिस ने कहा कि उसने आयुष और अहान का गला काट दिया और घटनास्थल से भागने से पहले पीयूष को भी मारने की कोशिश की. 

दोनों भाइयों की मौत हो गई, जबकि पीयूष मामूली रूप से घायल हो गया. जानलेवा हमले के पीछे का कारण अज्ञात है. पीड़ितों के पिता ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि आरोपियों ने उनके बेटों पर हमला क्यों किया. हालांकि एसएसपी बदायूं ने कहा कि साजिद जिसका सैलून था और उसने मारे गए बच्चों से पासे की मांग की थी.