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परिवार वालों को नींद की गोली देकर सुलाती फिर प्रेमी से बनाती संबंध, पति को आशिक से मरवाया, बच्चों ने खोला राज

एक पति मारा गया, पत्नी जेल में है और तीन मासूम बच्चों की ज़िंदगी तबाह हो गई. ये केस न सिर्फ कानून, बल्कि समाज के लिए भी चेतावनी है-रिश्तों में जब भरोसा मर जाए, तो नतीजा सिर्फ खून होता है.

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Reepu Kumari

Aligarh Love Triangle Murder Case: अलीगढ़ से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया. तीन बच्चों की मां ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की जान ले ली. कहानी कोई फिल्मी नहीं, बल्कि सच्ची है जिसमें प्यार, धोखा और कत्ल जैसे हर रंग मौजूद हैं. पुलिस की जांच में सामने आया कि महिला बीना पिछले आठ साल से अपने पति सुरेश को धोखा दे रही थी.

उसने पति के रास्ते से हटने के लिए एक भयानक साजिश रची. बच्चों को नींद की गोली देकर सुलाती और प्रेमी को रात में बुलाती. लेकिन इस बार मामला यहीं नहीं रुका... प्रेमी मनोज को हथियार देकर कहा, "जा, उसे मार डाल, वरना मुझे फिर मत दिखाना."

प्रेमी के लिए पति बना दीवार

सुरेश दिल्ली में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था. जब भी वह गांव आता, बीना के प्रेम प्रसंगों में रुकावट बनता. बीना और मनोज की प्रेम कहानी पूरे कस्बे में चर्चा का विषय बन चुकी थी. सुरेश ने रिश्ते को बचाने के लिए पंचायत कराई, लेकिन बीना नहीं मानी.

बच्चों ने खोली मां की सच्चाई

हत्या के बाद तीनों मासूम बच्चे खुद थाने पहुंचे और बताया कि मां अक्सर पापा और हमें नींद की गोलियां देती थी. फिर प्रेमी मनोज आता था. उन्होंने पुलिस से कहा, “मां को जेल भेज दो.” इतनी मासूमियत में भी वो दर्द साफ झलकता है.

मनोज ने किया आत्मसमर्पण

हत्या के बाद आरोपी मनोज खुद थाने पहुंचा और तमंचा सौंपते हुए कहा, “मैंने मारा है.” कुछ देर में बीना को भी पुलिस ने पकड़ लिया. पूछताछ में दोनों ने हत्या की पूरी योजना कबूल कर ली.

हत्या की प्लानिंग थी पहले से तैयार

बयान में बीना ने बताया कि पहले नींद में गला दबाकर मारने का प्लान था, लेकिन जब वो असफल रहा तो तमंचे से गोली मार दी गई. फायरिंग के दौरान बीना चिल्लाई, "इतनी गोली मार कि बचने न पाए."

पुलिस जांच में मिली फोन कॉल्स की सच्चाई

सीओ बरला के अनुसार, घटना से पहले बीना लगातार मनोज को कॉल कर रही थी और सुरेश की लोकेशन बता रही थी. फायरिंग के समय भी वह वहीं मौजूद थी और मनोज को उकसा रही थी.

स्कूल भेजे गए थे बच्चे ताकि न बनें रुकावट

हत्या की सुबह बीना ने बच्चों को जबरन स्कूल भेज दिया, जबकि उन्होंने घर पर रुकने की ज़िद की थी. मां का उद्देश्य साफ था — बच्चों को दूर भेजना ताकि प्लान सफल हो सके.

एक परिवार उजड़ा, तीन जिंदगियां बर्बाद

एक पति मारा गया, पत्नी जेल में है और तीन मासूम बच्चों की ज़िंदगी तबाह हो गई. ये केस न सिर्फ कानून, बल्कि समाज के लिए भी चेतावनी है — रिश्तों में जब भरोसा मर जाए, तो नतीजा सिर्फ खून होता है.