Kannauj Food Safety team raids: त्योहारों के मौसम में खाद्य सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतते हुए जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग ने गुरुवार को इंदरगढ़ क्षेत्र में एक मिठाई निर्माण कारखाने पर सख्त कार्रवाई की. अधिकारियों की टीम ने मिलावटी मिठाइयों के उत्पादन और बिक्री को रोकने के लिए त्वरित छापेमारी की, जिसमें बड़ी मात्रा में दूषित सामग्री जब्त कर नष्ट कर दी गई. यह कार्रवाई उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है, खासकर जब बाजार में मिठाइयों की मांग चरम पर हो.
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनिल कुमार राठौर और अरविंद कुमार साहू ने इंदरगढ़ स्थित इस कारखाने में अचानक दबिश दी. जांच के दौरान टीम ने रसगुल्ला, चमचम, छेना, बालूशाही, मैदा, बेसन, खोया तथा अरारोट जैसे प्रमुख उत्पादों और कच्चे माल के नमूने एकत्र किए. इसके अलावा, मिठाइयों के निर्माण में इस्तेमाल हो रही 170 किलोग्राम से अधिक अपमिश्रक सामग्री को मौके पर ही जब्त कर लिया गया. इस जब्त सामग्री का बाजार मूल्य लगभग 6800 रुपये आंका गया है. अधिकारियों ने पाया कि कारखाने में स्वच्छता का अभाव था और मिलावटी तत्वों का इस्तेमाल कर सस्ते में उत्पादन किया जा रहा था, जो उपभोक्ताओं के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता था.
20 क्विंटल दूषित मिठाइयां नष्ट
सचल खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला वैन के माध्यम से मौके पर ही किए गए प्रारंभिक जांच में रसगुल्ला, छेना और चमचम नमूने मिलावटी साबित हुए. ये मिठाइयां बाजार में बिक्री के लिए तैयार की जा रही थीं, जो स्वास्थ्य जोखिम को बढ़ा रही थीं. मिलावट के कारण इनमें हानिकारक रसायन और अशुद्धियां मौजूद पाई गईं, जो पाचन संबंधी समस्याओं से लेकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं. इस खुलासे के बाद अधिकारियों ने कारखाना मालिक विवेक कुमार से सहमति लेकर लगभग 20 क्विंटल दूषित मिठाइयों को तत्काल नष्ट करवा दिया. इन मिठाइयों की अनुमानित कीमत करीब 3 लाख रुपये बताई गई है. यह कदम न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाला था बल्कि सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी खतरे की घंटी था.
इसी अभियान के दौरान विभाग ने एक आईजीआरएस शिकायत के निपटारे के सिलसिले में खड़नी, सौरिख तथा छिबरामऊ इलाकों में स्थित सत्येंद्र चौरसिया (पुत्र सुरेश चंद्र चौरसिया) के मिठाई विक्रय केंद्र से पनीर का एक अतिरिक्त नमूना भी लिया. कुल मिलाकर इस कार्रवाई में 9 नमूनों को विस्तृत जांच हेतु सरकारी प्रयोगशाला भेजा जा रहा है. इन नमूनों की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई तय की जाएगी, जिसमें जुर्माना, लाइसेंस रद्द करने या आपराधिक मुकदमे जैसी सजाएं शामिल हो सकती हैं.
त्योहारों के दौरान मिलावट
खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि त्योहारों के दौरान मिलावट रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की कि वे विश्वसनीय स्रोतों से ही मिठाइयां खरीदें और किसी भी संदिग्ध मिलावट की सूचना तुरंत विभाग को दें. जिले में अब तक कई ऐसी छापेमारियां हो चुकी हैं, जो मिलावटी खाद्य पदार्थों के नेटवर्क को तोड़ने में सहायक साबित हो रही हैं.