पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नशा तस्करी के खिलाफ अपनी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी पर कड़ा रुख अपनाया है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने नशा तस्करों को सख्त चेतावनी दी और कहा कि उनकी सरकार इस मामले में किसी को भी बख्शने वाली नहीं है, चाहे वह कितना भी रसूखदार हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कई महीनों से हमारा 'नशों के खिलाफ युद्ध' अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है. पंचायतें भी नशा तस्करों के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर रही हैं. मैं स्पष्ट कर दूं कि नशे के मामलों में मैं न तो किसी पर तरस खाऊंगा और न ही किसी पर रहम करूंगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि पंजाब के लोगों ने उन्हें इस पद पर बिठाया है और वह उनके प्रति जवाबदेह हैं.
'बड़ी मछलियों को गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए'
भगवंत मान ने नशा तस्करी में शामिल बड़े और प्रभावशाली लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि हम पूरी तैयारी और पक्के दस्तावेजों के साथ कार्रवाई कर रहे हैं. बड़ी मछलियों को किसी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए. उन्होंने उन राजनीतिक दलों पर भी निशाना साधा, जो पहले उनकी सरकार पर केवल छोटे अपराधियों को पकड़ने का आरोप लगाते थे. मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा, अब जब हमने बड़ी मछलियों पर हाथ डाला है, तो वही लोग हमारी कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं. इससे साफ है कि वे भी नशा कारोबार से जुड़े रहे हैं. अब वे पंजाब की जनता को क्या जवाब देंगे?
'मुझे कोई डर नहीं'
मुख्यमंत्री ने अपनी बेबाकी का परिचय देते हुए कहा कि शायद कुछ लोग मुझे नुकसान पहुंचाना चाहते हों, लेकिन मुझे इसका कोई डर नहीं है. मैं पंजाब के लोगों के लिए काम कर रहा हूं, और मेरी प्राथमिकता उनके भविष्य को सुरक्षित करना है." उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार नशा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई में किसी की सिफारिश या दबाव को नहीं मानेगी.
पंजाब में नशे की समस्या
पंजाब में नशा तस्करी लंबे समय से एक गंभीर समस्या रही है, जिसने न केवल युवाओं को प्रभावित किया है बल्कि सामाजिक और आर्थिक ढांचे को भी नुकसान पहुंचाया है. भगवंत मान की सरकार ने सत्ता में आने के बाद से ही इस मुद्दे को प्राथमिकता दी है. 'नशों के खिलाफ युद्ध' अभियान के तहत पुलिस और अन्य एजेंसियों ने कई बड़े नशा तस्करों पर शिकंजा कसा है. बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी को इसी अभियान का हिस्सा माना जा रहा है, जो नशा तस्करी में कथित संलिप्तता के चलते हुई है.