Haryanvi Model Sheetal: 24 वर्षीय हरियाणवी मॉडल शीतल उर्फ सिम्मी चौधरी की निर्मम हत्या ने पूरे हरियाणा को हिला दिया है. इस अपराध का आरोप पानीपत के इसराना गांव निवासी सुनील पर लगा है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह कहानी प्यार, धोखे और एक खूनी अंत की है, जिसमें सुनील ने न केवल शीतल की जान ली, बल्कि पुलिस को गुमराह करने के लिए एक शातिर नाटक भी रचा.
शीतल के परिवार के बयान के आधार पर पुलिस ने इसराना निवासी सुनील को मुख्य आरोपी मानते हुए हत्या का मामला दर्ज किया. सोमवार शाम को पुलिस ने सुनील को पार्क अस्पताल के पास से गिरफ्तार कर लिया. शुरुआती पूछताछ में सुनील ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. उसने बताया कि उसने किसी निजी कारण से शीतल की चाकू मारकर हत्या की और फिर सबूत मिटाने और पुलिस को भ्रमित करने के लिए गाड़ी को नहर में गिरा दिया, ताकि मामला एक दुर्घटना लगे.
सुनील पानीपत का रहने वाला है और करनाल के मॉडल टाउन में 'सुकून' नाम का एक होटल चलाता है. वह शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि सिम्मी चौधरी कभी इसी होटल में काम करती थीं, जहां दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई. धीरे-धीरे यह बातचीत प्यार में बदल गई और दोनों मिलने-जुलने लगे. सुनील ने शीतल पर शादी का दबाव भी बनाया, लेकिन जब शीतल को पता चला कि सुनील शादीशुदा है, तो उसने उससे दूरी बनाना शुरू कर दिया. सुनील को यह बात नागवार गुजरी. उसे शक था कि शीतल दूसरे लड़कों से बात करती है और उसे अनदेखा कर रही है.
जब सुनील को पता चला कि शीतल ने विशाल नाम के एक लड़के से अपने परिवार की मर्जी से रिश्ता तय कर लिया है, तो उसने शीतल की हत्या की योजना बनाई. वह शीतल को धमकियां देने लगा, जिसकी शिकायत शीतल ने अपने परिवार को और यहां तक कि पुलिस को भी दी थी. लेकिन हर बार सुनील माफी मांगकर मामले में समझौता कर लेता था.
14 जून की रात को सुनील को पता चला कि शीतल अहर गांव में शूट पर गई है. वह शूटिंग खत्म होने के समय वहां पहुंच गया और शीतल को अपने साथ चलने के लिए कहा. शीतल ने मना किया, लेकिन सुनील जबरदस्ती उसे और उसके सामान को अपने साथ ले गया. कुछ देर वे अहर गांव में एक भाजपा नेता की गोशाला में भी रुके. इसके बाद वे पानीपत शहर की ओर रवाना हुए, जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है.
कार में बैठने के बाद, सुनील ने डैशबोर्ड से चाकू निकाला और शीतल पर कई वार किए. शीतल की हत्या करने के बाद, वह गाड़ी को नहर किनारे ले गया और उसके शव को नहर में फेंक दिया. लगभग आधे घंटे तक वह एक कहानी गढ़ता रहा, जिसके बाद वह अपनी कार लेकर नहर में कूद गया. एक अच्छा तैराक होने के कारण वह तुरंत कार से बाहर निकल आया, जबकि शीतल का शव नहर में बह गया. इसके बाद उसने खुद ही पुलिस को फोन कर बताया कि उसकी कार अनियंत्रित होकर नहर में गिर गई है.