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'पाकिस्तान नहीं, देश के लिए...', उमा भारती ने बताई भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती

उमा भारती ने कहा कि भारत पहले से हिंदू राष्ट्र है, पाकिस्तान कोई बड़ी चुनौती नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और आर्थिक असमानता देश की असली समस्याएं हैं.

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Kuldeep Sharma

भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देश के सामने चुनौतियों और सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि भारत को हिंदू राष्ट्र के रूप में स्वीकार करना चाहिए, गौरक्षा, शराबबंदी, लव जिहाद और सिंहस्थ लैंड पूलिंग जैसे मुद्दों पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए. 

पाकिस्तान को चुनौती नहीं बताते हुए उन्होंने भ्रष्टाचार और असमानता को सबसे बड़ी समस्या बताया. उन्होंने किसानों, संगत और प्रशासनिक सुधारों के लिए कई सुझाव भी दिए.

भू-रक्षा और गोपालन की जरूरत

उमा भारती ने कहा कि किसानों के गोपालन से ही गायों की रक्षा संभव है. उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में गायों की मौत रोकने के लिए सड़क किनारों पर फेंसिंग होनी चाहिए. इसके साथ ही देश की नदियों को बचाना पर्यावरण की दृष्टि से अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि सरकार और समाज को मिलकर इन मुद्दों पर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पशु कल्याण और पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित हो सके.

शराबबंदी और समाजिक सुधार

उमा भारती ने शराबबंदी को जरूरी बताया और कहा कि इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा सकता है. उनका मानना है कि समाज धीरे-धीरे इस दिशा में आगे बढ़ रहा है और पूरी शराबबंदी लागू होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस कदम से सामाजिक और पारिवारिक कल्याण में सुधार आएगा और युवा पीढ़ी को नशे से दूर रखा जा सकेगा.

सिंहस्थ लैंड पूलिंग और धार्मिक आयोजन

उमा भारती ने सिंहस्थ 2028 के लिए प्रस्तावित लैंड पूलिंग का विरोध किया. उन्होंने कहा कि किसी नई परंपरा की आवश्यकता नहीं है और सिंहस्थ पहले की तरह ही आयोजित होना चाहिए. उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि किसानों और संघ की मांगों को गंभीरता से देखा जाए और धार्मिक आयोजनों में पारदर्शिता और जनता की सुविधा सुनिश्चित की जाए.

लव जिहाद और धर्मांतरण पर नजर

उन्होंने कहा कि अगर कोई लड़का धर्म छुपाकर लड़की से मिलता है और शादी के बाद धर्म बदलने का दबाव डालता है तो यह लव जिहाद है. हालांकि उन्होंने अंतर्जातीय विवाह की अनुमति पर कोई आपत्ति नहीं जताई. उनका कहना है कि धर्मांतरण पर रोक लगनी चाहिए ताकि सामाजिक स्थिरता और सांस्कृतिक सुरक्षा बनी रहे.

भारत के सामने असली चुनौती

उमा भारती ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान कोई बड़ी चुनौती नहीं है. उनका मानना है कि देश के सामने सबसे बड़ा चैलेंज भ्रष्टाचार और आर्थिक असमानता है. उन्होंने कहा कि सभी को समान अवसर और भागीदारी सुनिश्चित करना जरूरी है. आरक्षित पदों के अलावा वंचित वर्गों को निर्णायक भूमिकाओं में रखकर देश में संतुलन और समानता बनाई जा सकती है.

मुख्यमंत्री मोहन यादव पर टिप्पणी

उमा भारती ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को सरल और पढ़े-लिखे व्यक्ति बताया. उन्होंने कहा कि दो साल में आए निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतरें और भ्रष्टाचार पर पूर्ण नियंत्रण होना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सुधार और विकास की गति तेज करनी होगी.