हसीना बनी रुक्मिणी, फरीद बना अक्षय: मुस्लिम परिवार के चार लोगों ने अपनाया सनातन धर्म
मध्यप्रदेश के खंडवा में एक महिला ने अपने तीन बेटों के साथ इस्लाम धर्म त्यागकर विधिपूर्वक सनातन धर्म अपना लिया है. धार्मिक अनुष्ठान के बाद चारों को नए हिन्दू नाम दिए गए और भगवान शंकर की आरती कर घर वापसी पूरी की गई. आयोजकों के अनुसार, इस साल अब तक दर्जनों लोगों ने सनातन धर्म में लौटने का निर्णय लिया है.
धर्म परिवर्तन और "घर वापसी" को लेकर मध्यप्रदेश एक बार फिर चर्चा में है. खंडवा जिले के महादेवगढ़ में एक मुस्लिम महिला ने अपने तीन बेटों के साथ इस्लाम धर्म को त्याग कर हिन्दू धर्म में वापसी की है. इस मौके पर विशेष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया, जिसमें विधि-विधान से चारों की वापसी को औपचारिक रूप से पूरा किया गया.
पूजा के बाद हुआ नामकरण संस्कार
महादेवगढ़ में आयोजित इस अनुष्ठान में स्थानीय पंडितों द्वारा प्रायश्चित कर्म और नामकरण संस्कार करवाया गया. इसमें हसीना बी को नया नाम 'रुक्मिणी' दिया गया, वहीं उनके बेटों में फरीद को 'अक्षय', असलम को 'अजय' और राशिब को 'राजकुमार' नाम दिया गया. अनुष्ठान के अंत में सभी ने भगवान शंकर की महाआरती की और सनातन धर्म की परंपराओं को आत्मसात किया. आयोजन का नेतृत्व कर रहे महादेवगढ़ संरक्षक अशोक पालीवाल ने बताया कि इस वर्ष 2025 में अब तक एक दर्जन से अधिक लोग घर वापसी कर चुके हैं.
बचपन से ही सनातन से थे प्रभावित
पालीवाल ने यह भी कहा कि वर्तमान में सनातन धर्म को लेकर लोगों में एक नया आकर्षण देखा जा रहा है. उनका मानना है कि कई लोगों को यह विश्वास है कि उनके पूर्वज कभी हिंदू रहे होंगे और इसी भावना के चलते वे घर वापसी का निर्णय ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिस परिवार ने अब धर्म बदला है, वह बचपन से ही सनातन संस्कृति और परंपराओं के प्रति आकर्षित रहा है. यही आस्था अब उनके धर्म परिवर्तन की वजह बनी है, जिसे पूरे धार्मिक सम्मान के साथ संपन्न किया गया.