मध्य प्रदेश में इंसानियत शर्मसार, रिश्तेदारों ने दिव्यांग को पीटा, चेहरे पर किया पेशाब
मध्य प्रदेश के रायसेन से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया जिसमें एक दिव्यांग व्यक्ति को उसके ही रिश्तेदारों ने सरेआम पीटा और उसके चेहरे पर पेशाब कर दिया.
मध्य प्रदेश के रायसेन से निकलकर पूरे देश को झकझोर देने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया है. वीडियो में एक दिव्यांग व्यक्ति को उसके ही रिश्तेदारों द्वारा बेरहमी से पीटते हुए और उसके चेहरे पर पेशाब करते हुए दिखाया गया. यह घटना पेट्रोल पंप के पास हुई, जहां कई लोग मौजूद थे, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप करने के बजाय मोबाइल कैमरा उठाकर रिकॉर्डिंग शुरू कर दी. वीडियो ने न सिर्फ लोगों की संवेदनाओं को चोट पहुंचाई बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए.
स्थानीय पुलिस ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया और दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. घटना के सामने आने के बाद राजनीति भी तेज हो गई है, जिसमें विपक्ष ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
घटना का वायरल वीडियो बना गुस्से की वजह
रायसेन से सामने आई 37 सेकंड की क्लिप में दिव्यांग व्यक्ति को जमीन पर गिरा हुआ दिखाया गया, जबकि आरोपियों में से एक उसके चेहरे पर पेशाब कर रहा था. दूसरा आरोपी उसे खींचते हुए दिखाई देता है. वीडियो में आस-पास कई लोग मौजूद थे जो सिर्फ यह दृश्य कैद करते रहे, जिससे लोगों में और भी गुस्सा बढ़ गया.
आरोपी हुए गिरफ्तार, पुलिस ने लिया संज्ञान
वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में आई और आरोपी राजकुमार लोवंशी व गोविंद लोवंशी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अधिकारी शीला सुराना ने बताया कि पीड़ित आरोपी का रिश्तेदार है और वे धान बेचकर लौटते समय शराब पी चुके थे. बहस बढ़ी और मामला हिंसा तक पहुंच गया, जिसके बाद यह अमानवीय कृत्य हुआ.
नशे में बहस से बढ़ा मामला
पुलिस के अनुसार, धान बेचकर मिले पैसों के बाद सभी ने शराब पी थी. नशे में बहस शुरू हुई और जल्द ही स्थिति मारपीट में बदल गई. पीड़ित के गिरने के बाद आरोपियों में से एक ने अत्यधिक शर्मनाक हरकत करते हुए उसके चेहरे पर पेशाब कर दिया. यह दृश्य देखकर मौजूद लोग भी सकते में थे लेकिन किसी ने रोकने की हिम्मत नहीं की.
घटना पर राजनीतिक बवाल तेज
वीडियो के सामने आते ही राजनीति गरमा गई. मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं और सरकार स्थिति संभालने में नाकाम है. पटवारी ने इसे 'कानून का भय खत्म होने' का उदाहरण बताया.
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
इस घटना ने हाल में हुई अन्य कई शर्मनाक वारदातों की याद दिला दी. अक्टूबर में एक दलित ड्राइवर ने अपहरण कर जबरन शराब पिलाने और पेशाब पीने के लिए मजबूर किए जाने का आरोप लगाया था. कटनी में अवैध खनन रोकने पर एक दलित व्यक्ति के साथ भी ऐसी ही हरकत हुई थी. 2023 में एक भाजपा नेता का वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वे एक आदिवासी के ऊपर पेशाब करते दिखे थे.