Madhya Pradesh Weather: एमपी में बारिश का दौर शुरू होते ही मंडराया आंधी-तूफान का खतरा, 3 दिनों तक जमकर बरसेंगे बदरा

Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में मानसून ने जबरदस्त एंट्री कर ली है और अब पूरे प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल चुका है. राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है.

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Princy Sharma

Madhya Pradesh Rain: मध्य प्रदेश में मानसून ने जबरदस्त एंट्री कर ली है और अब पूरे प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल चुका है. राजधानी भोपाल सहित कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गया है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन अब अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश और आंधी का खतरा भी मंडरा रहा है. 

मानसून ने इस बार तेजी दिखाई है और केवल 3 दिन में प्रदेश के 54 जिलों को कवर कर लिया है. अब सिर्फ भिंड जिला बचा है, जहां गुरुवार को मानसून की एंट्री की संभावना है. भोपाल में हल्की फुहारें पड़ीं, वहीं रतलाम और अशोकनगर में झमाझम बारिश हुई.

भारी बारिश का अलर्ट

आज श्योपुर, मुरैना और गुना में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में 24 घंटे में ढाई से सवा 4 इंच तक बारिश हो सकती है. ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में अलर्ट जारी है. भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी आंधी और बारिश का पूर्वानुमान है.

अगले 4 दिन तक बारिश

प्रदेश में दो लो प्रेशर एरिया और तीन साइक्लोनिक सिस्टम एक्टिव हैं. इसके चलते अगले 4 दिनों तक पूरे मध्य प्रदेश में तेज बारिश का सिलसिला चल सकता है. कहीं भारी तो कहीं अति भारी बारिश के आसार हैं. यानी ढाई से 8 इंच तक बारिश हो सकती है.

तापमान में गिरावट

बारिश और आंधी के कारण दिन का तापमान भी औसतन 2 डिग्री तक गिर गया है. भोपाल में 33 डिग्री C, इंदौर में 31.4 डिग्री C, उज्जैन में 31.7 डिग्री C और जबलपुर में 37.4 डिग्री C दर्ज किया गया. टीकमगढ़ सबसे गर्म रहा, जहां पारा 38.5°C तक गया.

मानसून की चाल

देश में इस बार मानसून 8 दिन पहले आ गया था. लेकिन मध्य प्रदेश में यह 13-14 जून को पहुंचा, जो सामान्य से एक दिन लेट रहा. फिर भी, सिर्फ 3 दिन में पूरे प्रदेश को कवर कर लिया. आमतौर पर एमपी में मानसून 15 जून को आता है, पिछले साल 21 जून को आया था.

बीते 10 सालों का जून ट्रेंड

  • 2020 में सबसे ज्यादा 16 इंच बारिश हुई.
  • पिछले साल 2024 में जून में 10.9 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई.
  • 23 जून 2003 को 24 घंटे में 5 इंच बारिश का रिकॉर्ड बना था.
  • पिछले 5 सालों में गर्मी कम रही – पारा 39.6 से 41.1 डिग्री के बीच रहा.