menu-icon
India Daily

'कचरा फेंकने वालों की वीडियो भेजें और पाएं ₹250 इनाम', बेंगलुरु नगर निगम की अनोखी पहल

ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी (GBA) और बेंगलुरु सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड (BSWML) ने बेंगलुरु को स्वच्छ बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इसे देखकर आपको हंसी भी आएगी और सराहना भी.

Bengaluru garbage reward scheme India Daily Live
Courtesy: Credit: AI

बेंगलुरु:  बेंगलुरु नगर निगम (Greater Bengaluru Authority - GBA) और बेंगलुरु सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट लिमिटेड (BSWML) ने शहर को साफ-सुथरा बनाने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है. इस पहल के तहत अब आम नागरिकों को सड़कों पर कचरा फेंकने वालों की वीडियो या फोटो साझा करने पर ₹250 का इनाम दिया जाएगा.

यह योजना शहर में बढ़ते कचरे की समस्या से निपटने और नागरिकों में स्वच्छता के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करने के उद्देश्य से शुरू की गई है. अधिकारी उम्मीद कर रहे हैं कि इस कदम से लोग न केवल खुद साफ-सफाई का ध्यान रखेंगे, बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेंगे.

कैसे मिलेगा इनाम?

बीएसडब्ल्यूएमएल (BSWML) ने बताया कि नागरिक सड़कों या सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकने वाले लोगों की वीडियो या फोटो बनाकर एक निर्धारित व्हाट्सएप नंबर या आधिकारिक सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से भेज सकते हैं. अधिकारियों द्वारा वीडियो की जांच की जाएगी और यदि वीडियो में स्पष्ट रूप से नियम तोड़ने की घटना दिखती है, तो वीडियो भेजने वाले नागरिक को ₹250 का इनाम दिया जाएगा.

बीएसडब्ल्यूएमएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) करी गौड़ा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि हमारे पास लगभग 5,000 ऑटो हैं जो हर दिन घर-घर जाकर सूखा और गीला कचरा इकट्ठा करते हैं. इसके बावजूद कुछ लोग सड़कों पर कचरा फेंकते हैं. इस इनाम योजना का उद्देश्य लोगों के व्यवहार में बदलाव लाना है.

गौड़ा ने आगे बताया कि यह योजना निगरानी और सख्त दंड की नीतियों के साथ-साथ चल रही है. शहर में पहले से ही कई क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि कचरा फेंकने वालों की पहचान की जा सके. 

जागरूकता के साथ सख्ती भी

अधिकारियों का कहना है कि इनाम की यह योजना केवल नागरिकों को प्रेरित करने के लिए नहीं है, बल्कि यह “जागरूकता बढ़ाने का एक इनाम स्वरूप तरीका” है. हाल ही में बेंगलुरु प्रशासन ने उन लोगों पर कार्रवाई शुरू की है जो बार-बार सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फेंकते हैं. कई मामलों में नगर निगम ने कचरा उठाकर उसी व्यक्ति के घर के बाहर वापस रख दिया, ताकि उन्हें अपनी गलती का एहसास हो सके.

यह नई पहल प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान की भावना से मेल खाती है, जिसमें नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है. अधिकारियों को उम्मीद है कि नागरिकों के सहयोग से बेंगलुरु को “कचरा मुक्त” शहर बनाने का लक्ष्य जल्द हासिल किया जा सकेगा.