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India Daily

Operation Sindoor: 'ऑपरेशन सिंदूर' को 'धिक्कार' बताने वाली छात्रा के खिलाफ पुलिस का बड़ा एक्शन

Anti-Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बीच कर्नाटक पुलिस ने मंगलुरु विश्वविद्यालय की एक छात्रा के खिलाफ FIR दर्ज की है. छात्रा पर इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ऑपरेशन सिंदूर की आलोचना करने का आरोप है, जिसे 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले (26 लोगों की मौत) के जवाब में शुरू किया गया था.

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Edited By: Babli Rautela
Anti-Operation Sindoor
Courtesy: Social Media

Anti-Operation Sindoor: भारत-पाकिस्तान तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बीच कर्नाटक पुलिस ने मंगलुरु विश्वविद्यालय की एक छात्रा के खिलाफ FIR दर्ज की है. छात्रा पर इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ऑपरेशन सिंदूर की आलोचना करने का आरोप है, जिसे 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले (26 लोगों की मौत) के जवाब में शुरू किया गया था.

मंगलुरु के बेलथांगडी के पास बेलालू की निवासी रेशमा एन. बारिगा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में भारतीय सेना की कार्रवाई का विरोध किया गया. पुलिस के अनुसार, रेशमा ने युद्ध की व्यर्थता पर कन्नड़ में काव्यात्मक पंक्तियां लिखीं और #dikkaraoperationSindoora (ऑपरेशन सिंदूर मुर्दाबाद) हैशटैग का उपयोग किया. पोस्ट में उन्होंने युद्ध को 'पूर्ण अंधकार' का कारण बताया. 

'ऑपरेशन सिंदूर' के खिलाफ पोस्ट 

पोस्ट के वायरल होने के बाद विवाद बढ़ा, जिसके चलते रेशमा ने इसे हटा लिया. हालांकि, उन्होंने बाद में एक और पोस्ट साझा कर अपने रुख का बचाव किया, जिससे मामला और गर्माया. रेशमा की पोस्ट ने सामाजिक और धार्मिक संगठनों, खासकर हिंदू संगठनों, में भारी आक्रोश पैदा किया. मंगलुरु के सावले, कल्लाहल्ली निवासी चंद्रशेखर पुट्टा मारती ने कोनाजे पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की. इसके आधार पर पुलिस ने भादंसं की धारा 192 (दंगा भड़काने की मंशा से उकसाना), 196 (धर्म, जाति आदि के आधार पर समूहों में दुश्मनी बढ़ाना), और 353(1)(b), 353(2) (सार्वजनिक शरारत के लिए बयान) के तहत FIR दर्ज की. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

छात्रा ने दी सफाई

बढ़ते विवाद के बाद रेशमा ने एक बयान जारी कर सफाई दी. उन्होंने कहा, 'मुझे भारत में जन्म लेने पर गर्व है. मेरी चिंता है कि देश में हर नागरिक शांति और समृद्धि से रहे. मेरा इरादा आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठाना था, न कि देश के खिलाफ. युद्ध से कई लोग प्रभावित होते हैं. मैं शांति और सद्भाव की कामना करती हूं.'