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हर दिन 1000 लोगों का फ्री में होता है इलाज, जानें किस राज्य में है यह अस्पताल

श्री मधुसूदन साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और रिसर्च न केवल गरीबों के लिए इलाज का एक संजीवनी है, बल्कि यहां के डॉक्टर भी पूरी तरह से निःशुल्क सेवा प्रदान करते हैं. दुनियाभर से डॉक्टर और मेडिकल विशेषज्ञ इस अस्पताल में अपनी सेवाएं देने आते हैं, और यह सब किसी भी शुल्क के बिना होता है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Every day 1000 people get free treatment at Sri Madhusudan Sai Institute of Medical Sciences and Res

कर्नाटक के बेंगलुरु शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित श्री मधुसूदन साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च एक अनोखा अस्पताल है जो हर दिन 1,000 से ज़्यादा मरीज़ों का मुफ़्त इलाज करता है. यह अस्पताल न सिर्फ़ गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए एक आशीर्वाद साबित हुआ है, बल्कि इसका इलाज़ भी विश्व स्तरीय है. यहां मरीज़ों को न केवल मुफ्त इलाज मिलता है, बल्कि दुनियाभर से डॉक्टर भी यहाँ अपनी सेवाएँ मुफ्त में प्रदान करते हैं.

शिवम, जो एक 30 वर्षीय युवक हैं, एक गंभीर सड़क हादसे का शिकार हुए. उनकी बाइक एक तेज़ रफ़्तार कार से टकरा गई, जिससे उनकी टांग की हड्डियां बुरी तरह से टूट गईं. उन्हें तुरंत एक अस्पताल में भर्ती किया गया, जहाँ एक बड़ी सर्जरी की गई. डॉक्टरों ने उनकी हड्डियों को जोड़ने के लिए एक रॉड डाली और टांग को सहारा देने के लिए एक ब्रेस भी लगाई. इस सर्जरी का खर्च करीब 5 से 6 लाख रुपये के बीच था.

श्री मधुसूदन साईं अस्पताल का योगदान

लेकिन जैसे ही शिवम और उनके परिवार को श्री मधुसूदन साईं अस्पताल के बारे में जानकारी मिली, उनका जीवन बदल गया. यह अस्पताल पूरी तरह से मुफ्त इलाज करता है. पहले तो शिवम और उनके परिवार को यकीन नहीं हुआ, लेकिन जब उन्होंने अस्पताल का दौरा किया और वहाँ इलाज लिया, तो वे भगवान के प्रति आभारी हो गए.

शिवम की पत्नी राधा, जो 40 वर्ष की हैं, इस घटना के बारे में बताते हुए अक्सर अपनी आंखों में आंसू छिपाती हैं. लेकिन जब वे डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों के बारे में बात करती हैं, तो उनकी आवाज़ में गहरी कृतज्ञता साफ़ सुनाई देती है. राधा और उनका परिवार इस अस्पताल के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहते हैं कि उन्हें यहां इलाज के दौरान न केवल चिकित्सकीय सहायता मिली, बल्कि एक परिवार जैसा प्रेम भी मिला.

शिवम की सर्जरी सफल रही और अब उनकी टांग अच्छी तरह से ठीक हो रही है. वह अब वॉकर की मदद से चल रहे हैं, लेकिन उन्हें विश्वास है कि जल्द ही वह बिना किसी सहारे के चलने में सक्षम होंगे. इस परिवार के लिए सबसे बड़ी खुशी यह है कि पिछले दो महीनों से उन्होंने अपने इलाज पर एक भी रुपया खर्च नहीं किया है. यह उनकी खुशी को शब्दों में व्यक्त करना कठिन बना देता है.

मुफ्त इलाज, मुफ्त सेवा

श्री मधुसूदन साईं इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और रिसर्च न केवल गरीबों के लिए इलाज का एक संजीवनी है, बल्कि यहां के डॉक्टर भी पूरी तरह से निःशुल्क सेवा प्रदान करते हैं. दुनियाभर से डॉक्टर और मेडिकल विशेषज्ञ इस अस्पताल में अपनी सेवाएं देने आते हैं, और यह सब किसी भी शुल्क के बिना होता है.

यह अस्पताल मेडिकल क्षेत्र में एक मिसाल पेश कर रहा है, जहां उपचार न केवल बिना किसी खर्च के किया जाता है, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं भी प्रदान की जाती हैं. यह अस्पताल एक जीवनदायिनी की तरह काम कर रहा है, जो गरीब और जरूरतमंद लोगों को बिना किसी बाधा के गुणवत्तापूर्ण इलाज मुहैया कराता है.