गोवा नाइटक्लब की आग में झुलस गए झारखंड के एक ही परिवार के दो बेटे, जानें कैसे हुई पहचान
गोवा के अरपोरा स्थित नाइटक्लब में लगी भीषण आग में झारखंड के तीन मजदूरों की मौत हो गई. इनमें दो सगे भाई और एक युवक शामिल था. तीनों कर्मचारी बेसमेंट में फंसे रह गए और बच नहीं सके.
रांची: गोवा के नॉर्थ अरपोरा स्थित एक नाइटक्लब में शनिवार देर रात लगी भीषण आग में झारखंड के तीन मजदूरों की मौत ने पूरे राज्य को शोक में डूबा दिया है. मरने वालों में दो सगे भाई भी शामिल हैं, जो कुछ महीनों से वहीं काम कर रहे थे. आग लगने की इस घटना में कुल 25 लोगों की जान गई, जिसमें झारखंड के मोहित मुंडा, बिनोद महतो और प्रदीप महतो भी शामिल रहे.
तीनों कर्मचारी नाइटक्लब में ही काम करते थे और हादसे के वक्त बेसमेंट में मौजूद थे, जहां आग तेजी से फैल गई और उन्हें निकलने का मौका नहीं मिला. मोहित मुंडा की उम्र 18 वर्ष थी और वह खूंटी जिले के गोविंदपुर गांव का रहने वाला था. वहीं, बिनोद महतो (19) और प्रदीप महतो (22) रांची के फतेहपुर गांव के रहने वाले थे. उनके साथी निशांत साहू, जो उसी गांव से आते हैं, उन्होंने बताया कि हादसे की खबर मिलते ही लगभग 15 से 16 साथी अस्पताल पहुंचे.
निशांत साहू ने और क्या बताया?
उन्होंने बताया कि दोनों भाई कुछ समय से नाइटक्लब में काम कर रहे थे और घटना के बाद उन्हें बेसमेंट में मृत पाया गया. परिजनों का कहना है कि उनके सामने अब सबसे बड़ी चुनौती अपने बच्चों के शवों को गांव तक पहुंचाना है. सरकार की ओर से शवों को रांची लाने के लिए विशेष विमान की व्यवस्था की गई, जिसके बाद मजदूरों के शव को रांची एयरपोर्ट लाया गया. बिनोद और प्रदीप के चचेरे भाई संदीप महतो ने कहा कि परिवार पूरी तरह सदमे में है और गांव में सभी अंतिम दर्शन का इंतजार कर रहे हैं.
मृतक के बड़े भाई ने क्या बताया?
मोहित मुंडा के बड़े भाई विकास मुंडा ने बताया कि छोटे भाई का शव पहचानना बेहद कठिन था. उन्होंने कहा कि पिता और गांव के लोग शव के जल्द से जल्द गांव पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं. झारखंड श्रम विभाग की राज्य प्रवासी श्रमिक नियंत्रण कक्ष की प्रमुख शिखा लाकड़ा ने पुष्टि की कि तीनों मजदूरों के परिजनों से संपर्क कर लिया गया है और स्थानीय एनजीओ के माध्यम से राहत और प्रक्रियाओं की निगरानी की जा रही है.
सीएम हेमंत सोरेन ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने घटना पर गहरा शोक जताया और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और हादसे में घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. फिलहाल गोवा प्रशासन और झारखंड सरकार मिलकर शवों के अंतिम संस्कार हेतु जल्द व्यवस्था में जुटे हुए हैं.