दिल्ली एक बार फिर बारिश के बाद जलमग्न हो गई. शुक्रवार को कुछ ही घंटों की बारिश ने राजधानी को पानी-पानी कर दिया, और आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस स्थिति के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की चार इंजन वाली सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए तीखा हमला बोला. AAP के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी सहित अन्य नेताओं ने पटपड़गंज, संगम बिहार, लक्ष्मी नगर, एम्स, गीता कॉलोनी, संजय झील, साउथ दिल्ली, और एमबी रोड जैसे क्षेत्रों में हुए जलभराव के वीडियो साझा कर BJP सरकार की नाकामी उजागर की.
AAP ने तंज कसते हुए कहा, "जब दिल्ली का यही हाल रखना है तो भाजपा अपने चारों इंजन कबाड़ी को बेचकर 4 नाव खरीद ले. भाजपा की दी गई इन सुविधाओं का दिल्लीवाले अकेले क्यों मज़ा लें?" सौरभ भारद्वाज ने संजय झील क्षेत्र के जलभराव पर व्यंग्य करते हुए कहा, "बारिश से संजय झील का भी बहुत अच्छा हाल है. संजय झील के आसपास का कई किलोमीटर का क्षेत्र झील में तब्दील हो गया है. भाजपा ने आते ही दिल्ली में झीलों की संख्या बढ़ा दी है.
जलभराव ने बिगाड़ा दिल्ली का हाल
भाजपा की सरकार बहुत मेहनत कर रही है. दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर झीलों को बढ़ा रही है. मनीष सिसोदिया पटपड़गंज में सिर्फ स्कूल और दो-तीन स्वीमिंग पूल ही बनवा पाए, लेकिन अब जो भाजपा सरकार आई है, उसने पूरे हाइवे पर ही स्वीमिंग पूल बना दिया है और दिल्लीवालों से कह रही है कि तैरो, कितना तैर सकते हो? सीएम रेखा गुप्ता रोजगार के नए साधन उपलब्ध करा रही हैं. भाजपा ने पूरे पटपड़गंज को ही स्वीमिंग पूल बना दिया है."
जलभराव से जान-माल का नुकसान
सौरभ भारद्वाज ने जलभराव के गंभीर परिणामों की ओर इशारा करते हुए कहा, "जब पुराने मकानों की नींव के पास पानी जमा रहेगा तो उसकी नींव कमजोर हो जाएगी. बसंत कुंज के अंदर दीवार गिरी, उसमें दो बच्चे मर गए. निजामुद्दीन के पास छत गिरी, उसमें 7 लोग मर गए. बदरपुर में मीठापुर के पास एक दीवार गिरी, उसमें 7 लोग मारे गए. कालकाजी में पेड़ गिरने से 1 की मौत हुई. एक जगह खंभा गिरने से दो लोग मर गए. रक्षा बंधन के दिन सीवर खुला था, उसमें गिरकर ढाई साल का बच्चा मर गया. इस मानसून में अब तक दिल्ली में बारिश के कारण 35 से 40 लोगों की मौत हो चुकी है."
उन्होंने AAP शासनकाल में राजेंद्र नगर में हुई एक दुर्घटना का जिक्र करते हुए कहा, "यह घटना दुखद थी, गलत था, नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन विपक्ष में बैठी भाजपा ने सिर पर आसमान उठा लिया था. एलजी भी वहां गए थे, लेकिन अब एलजी किसी के पास नहीं गए. क्या अब लोग नहीं मर रहे हैं?"
डिसिल्टिंग पर AAP ने उठाए सवाल
सौरभ भारद्वाज ने पटपड़गंज के एनएच 24 के जलभराव का वीडियो साझा करते हुए कहा, "यह वीडियो दिल्ली की पटपड़गंज के रोड का है. भाजपा की चार इंजन की सरकार ने अब तो झूठे दावे करने भी बंद कर दिए हैं. सोच रहे हैं कि बारिश का मौसम खत्म हो और बला टलें. दिल्ली वाले सोच रहे हैं कि आने वाले समय में ये भाजपा सरकार दिल्ली को हर क्षेत्र में पीछे धकेल देगी. मेरा दिल्ली की सीएम से सवाल है कि क्या डिसिल्टिंग में भ्रष्टाचार हुआ है? आप डिसिल्टिंग के काम की थर्ड पार्टी ऑडिट से क्यों भाग रहे हैं? अगर डिसिल्टिंग हुई है, नालों से गाद निकाली गई है, ठेकेदारों को सही पेमेंट हुई है तो ऑडिट से क्या डर है?"
आतिशी ने भी साधा निशाना
AAP की वरिष्ठ नेता आतिशी ने भी पटपड़गंज में जलभराव का वीडियो साझा कर कहा, "पटपड़गंज का हाल देखिए. कुछ देर की बारिश में ही दिल्ली की सड़कें और गलियां दरिया बन रही हैं. 6 महीने में ही भाजपा की 4-इंजन की सरकार ने दिल्ली को डुबोकर रख दिया है. क्या यही है मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का 'प्रॉपर मैनेजमेंट'?" उन्होंने लक्ष्मी नगर, एम्स, गीता कॉलोनी, और संजय झील जैसे क्षेत्रों में जलभराव के वीडियो शेयर कर BJP सरकार की नाकामी को उजागर किया.
साउथ दिल्ली और एमबी रोड का हाल
AAP ने साउथ दिल्ली में जलभराव की स्थिति को 'वेनिस जैसा माहौल' करार देते हुए कहा, "अब इसका क्रेडिट लेने भाजपा के मंत्री नहीं आएंगे." संगम बिहार में घुटनों से ऊपर पानी भरे होने और वाहनों के फंसने की वीडियो साझा करते हुए पार्टी ने कहा, "अगर संगम बिहार जा रहे हैं तो लाइफ जैकेट लेकर जाएं. क्या पता कब जरूरत पड़ जाए? यह भाजपा के चार इंजनों वाली दिल्ली है, यहां तो ऐसे ही चलेगा." एमबी रोड पर भी भारी जलभराव की स्थिति पर AAP ने तंज कसते हुए कहा, "जरा सी बारिश और एमबी रोड एमबी रिवर बन गया. तीन से चार फीट तक जलभराव साफ देखा जा सकता है. भाजपा मानो हर दिन दिल्लीवासियों को नया चैलेंज दे रही हो कि अब ये पार करके दिखाओ."
जानिए दिल्लीवासियों की क्या हैं मांग!
AAP ने दिल्ली की जनता की ओर से सवाल उठाया कि आखिर BJP सरकार इस जलभराव की समस्या से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है? नालों की सफाई, ड्रेनेज सिस्टम की मरम्मत, और बुनियादी ढांचे के सुधार में पारदर्शिता की कमी ने दिल्लीवासियों का भरोसा तोड़ा है. पार्टी ने मांग की कि डिसिल्टिंग कार्यों की तीसरे पक्ष से ऑडिट कराई जाए ताकि भ्रष्टाचार के आरोपों का सच सामने आए.