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India Daily

ऑपरेशन सिंदूर के बाद दिल्ली में कई उड़ानें रद्द, IGI एयरपोर्ट पर फंसे यात्री, एयरलाइंस ने कही ये बात

बुधवार 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इसके तुरंत बाद, सुरक्षा कारणों से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित उत्तर भारत के कई हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द कर दी गईं.

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Edited By: Garima Singh
Delhi airport
Courtesy: X

Delhi airport: बुधवार 7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया. इसके तुरंत बाद, सुरक्षा कारणों से दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे सहित उत्तर भारत के कई हवाई अड्डों पर उड़ानें रद्द कर दी गईं. इससे हजारों यात्री फंस गए, जिनमें श्रीनगर, लेह, और जम्मू जैसे गंतव्यों की यात्रा करने वाले लोग शामिल हैं. 

18 साल के अदनान मंजूर, जो कोटा में तीन साल की कोचिंग के बाद श्रीनगर लौट रहे थे वे भी डोली एयरपोर्ट पर फंस गए हैं. उन्होंने बताया, "मैं श्रीनगर जाने वाली अपनी फ्लाइट के लिए सुबह 7 बजे एयरपोर्ट पहुंचा था. फ्लाइट 2 बजे थी. तभी मुझे बताया गया कि फ्लाइट रद्द हो गई है. इसी तरह, 45 साल के कालीचरण अपनी पत्नी और बच्चों के साथ मंगलवार शाम से हवाई अड्डे पर हैं. उन्होंने कहा, "हम मंगलवार सुबह मध्य प्रदेश के छतरपुर से ट्रेन द्वारा दिल्ली पहुंचे थे. तब से हम यहां करवटें बदल रहे हैं और सोने की कोशिश कर रहे हैं.'

एयरलाइंस का फैसला, उड़ानें 10 मई तक रद्द

इंडिगो और एयर इंडिया ने श्रीनगर, जम्मू, लेह, अमृतसर, चंडीगढ़, और जोधपुर जैसे शहरों के लिए उड़ानें रद्द कर दी हैं. एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा, "मौजूदा स्थिति को देखते हुए, एयर इंडिया ने 7 मई को दोपहर 12 बजे तक निम्नलिखित स्टेशनों - जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ़ और राजकोट - के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दिया है.' दिल्ली हवाई अड्डे ने भी यात्रियों को अपनी वेबसाइट या एयरलाइंस से संपर्क करने की सलाह दी. 

यात्रियों की दुविधा, कोई जगह नहीं, केवल इंतजार

38 साल की निर्मल राय, जो लेह के लिए उड़ान का इंतजार कर रहे हैं, उन्होंने कहा, "हम आधी रात से यहां हैं. अब हमें और इंतजार करना होगा. हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, हमारे पास रहने के लिए कोई जगह नहीं है. इसी तरह, 48 साल की छिगा अहिरवार ने चिंता जताई, "मुझे बस रिफंड मिलने की चिंता है।" 50 वर्षीय परम लाल ने बताया, "मैं 15 लोगों के रहने की जगह कैसे ढूंढूंगा? अगर यह तीन से चार लोगों का परिवार है, तो ठीक है, लेकिन 15 लोगों को अपने घर में कौन रखेगा।"