लाजपत नगर से साकेत तक रफ्तार पकड़ेगी दिल्ली मेट्रो, 8 स्टेशनों वाली गोल्डन लाइन पर शुरू हुआ काम

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने गोल्डन लाइन के एक नए हिस्सा का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. यह फेज-IV के प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के बाहर का पहला खंड है जहां निर्माण कार्य शुरू हो चुका है.

India Daily
Meenu Singh

दिल्ली: दिल्ली मेट्रो से एक महत्वपूर्ण खबर आ रही है. दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने गोल्डन लाइन के एक नए हिस्सा का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. यह फेज-IV के प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के बाहर का पहला खंड है जहां निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. इसके लिए भूमि पूजन साकेत के पुष्पा भवन के पास किया गया. इस कार्यक्रम में मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. विकास कुमार सहित DMRC के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।  

दिल्ली मेट्रो दिल्ली वासियों की रोजमर्रा की जिंदगी का एक अहम हिस्सा है, जिस कारण यह खबर उनके लिए बेहद खास है. दिल्ली मेट्रो देश का सबसे लंबा मेट्रो नेटवर्क है।

दिल्ली मेट्रो 'गोल्डन लाइन' का विस्तार

DMRC अब दिल्ली मेट्रो में एक नया रूट और नई लाईन बनाने जा रही है. जिसमें 8 मेट्रो स्टेशन होंगे. लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक तक का नया कॉरिडोर निर्माण कार्य शुरू कर दिया है. लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक तक 8.385 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर एलिवेटेड होगा.

गोल्डन लाइन में होंगे ये 8 स्टेशन 

लाजपत नगर
एंड्रयूज गंज
जीके-1
चिराग दिल्ली
पुष्पा भवन
साकेत डिस्ट्रिक्ट सेंटर
पुष्प विहार
साकेत जी ब्लॉक

इन लोगों को होगा फायदा

इस नए रूट ग्रेटर कैलाश-1, साकेत और पुष्प विहार के लोगों को इस लाइन से काफी राहत मिलेगी, क्योंकि ये घनी आबादी वाले इलाके हैं. गोल्डन लाइन के तैयार होते ही कई स्कूलों और सरकारी ऑफिस के लोगों को राहत मिलेगी.

गोल्डन लाइन का साकेत–लाजपत नगर मेट्रो खंड दक्षिण दिल्ली के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। यह लाइन लोगों के आने-जाने को आसान बनाएगी. इसे अन्य मेट्रो लाइनों से अच्छे तरीके से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रियों को बिना परेशानी सफर करने में सुविधा होगी. इस मेट्रो खंड से लाखों लोगों का समय बचेगा.

दिल्ली मेट्रो इंटरचेंज स्टेशन

इस नई लाइन को तीन प्रमुख मेट्रोल कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा. ये कॉरिडोर मैजेंटा लाइन से चिराग दिल्ली के साथ जुड़ेगी वहीं लाजपत में वायलेट और पिंक लाइन पर जड़ेगी. ये लिंक लाजपत नगर दक्षिण दिल्ली  का एक बड़ा और महत्वपूर्ण इंटरचेंज हब बन जाएगा.