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कोहरे से उड़ानों की रफ्तार पर लगा ब्रेक, आप इस तरह चेक कर सकते हैं रियल-टाइम फ्लाइट स्टेटस

दिल्ली-NCR में घने कोहरे और खराब हवा की गुणवत्ता ने IGI एयरपोर्ट पर उड़ान संचालन प्रभावित किया है. कई फ्लाइट्स लेट या रद्द हुई हैं. यात्रियों को रियल-टाइम अपडेट चेक करने की सलाह दी गई है.

Gemini AI
Kanhaiya Kumar Jha

नई दिल्ली: दिल्ली-NCR में सर्दी के साथ बढ़े घने कोहरे और स्मॉग ने हवाई यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है. इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कम विजिबिलिटी के चलते फ्लाइट ऑपरेशन बाधित हो रहे हैं. एयर इंडिया और इंडिगो सहित कई एयरलाइंस की उड़ानों में देरी और रद्दीकरण देखा गया है. एयरपोर्ट अथॉरिटी और एयरलाइंस लगातार यात्रियों को सतर्क रहने और फ्लाइट स्टेटस जांचने की सलाह दे रही हैं.

दिल्ली एयरपोर्ट पर सुबह और देर रात घना कोहरा छाने से विजिबिलिटी कई बार 100 मीटर से भी नीचे चली गई. ऐसी स्थिति में टेक-ऑफ और लैंडिंग के बीच सुरक्षित अंतर बढ़ाना पड़ता है. इससे रनवे पर विमानों की आवाजाही धीमी हो जाती है और शेड्यूल गड़बड़ा जाता है. कई फ्लाइट्स को तय समय से काफी देर बाद उड़ान भरनी पड़ी.

लो-विजिबिलिटी प्रोसीजर क्या होता है?

जब विजिबिलिटी तय मानकों से नीचे जाती है, तो IGI एयरपोर्ट लो-विजिबिलिटी प्रोसीजर लागू करता है. इसके तहत केवल उन्हीं विमानों को उतरने या उड़ान भरने की अनुमति होती है जो विशेष कैटेगरी के इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम से लैस हों. सुरक्षा सर्वोपरि होने के कारण कई बार उड़ानों को होल्ड, डायवर्ट या कैंसिल करना पड़ता है.

एयरलाइंस की एडवाइजरी

एयर इंडिया, इंडिगो और अन्य एयरलाइंस ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें कहा गया है कि कोहरे और खराब एयर क्वालिटी के कारण फ्लाइट शेड्यूल प्रभावित हो सकता है. यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे एयरपोर्ट समय से पहले पहुंचें और अंतिम समय में होने वाले बदलावों के लिए तैयार रहें.

फ्लाइट स्टेटस कैसे करें चेक?

दिल्ली एयरपोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर लाइव फ्लाइट ट्रैकर उपलब्ध है, जहां आगमन और प्रस्थान की रियल-टाइम जानकारी मिलती है. इसके अलावा एयरलाइंस की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर फ्लाइट नंबर या PNR डालकर लेटेस्ट स्टेटस देखा जा सकता है. इससे अनावश्यक इंतजार और असुविधा से बचा जा सकता है.

यात्रियों के लिए जरूरी सलाह

एयरलाइन ऐप और SMS अलर्ट को एक्टिव रखना यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. कई एयरलाइंस देरी, गेट बदलने या कैंसलेशन की सूचना मैसेज और ईमेल से देती हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी एयरलाइंस रियल-टाइम अपडेट साझा करती हैं. किसी भी संदेह की स्थिति में कस्टमर केयर से संपर्क करना बेहतर विकल्प है.