Delhi Traffic Jam: 'ऐसा ट्रैफिक कभी नहीं देखा', दिल्ली की सड़कों पर भारी जाम, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
Delhi Traffic Jam: ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों का कहना है कि राजधानी में अचानक बढ़े वाहन दबाव और कुछ जगहों पर चल रहे निर्माण कार्यों के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हुई. साथ ही, ऑफिस आवर्स और त्योहारों के सीजन के चलते सड़कों पर सामान्य से कहीं अधिक भीड़ रही.
Delhi Traffic Jam: राजधानी दिल्ली की सड़कों पर गुरुवार को ट्रैफिक का ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जिसने यात्रियों को हैरान और परेशान कर दिया. कई इलाकों में गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं और लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे. सोशल मीडिया पर लोगों ने इस भयंकर जाम को लेकर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं व्यक्त की और कहा कि ऐसा ट्रैफिक कभी नहीं देखा.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, सुबह से ही आईटीओ, अशोक रोड, रिंग रोड, धौला कुआं, सराय काले खां और गाजियाबाद की ओर जाने वाले मार्गों पर वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे थे. कई जगहों पर सिग्नल जाम और सड़क पर बढ़े दबाव की वजह से ट्रैफिक कंट्रोल करना मुश्किल हो गया.
दिल्ली में अक्सर लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से होना पड़ता है दो-चार
बता दें कि दिल्ली भारत के उन शहरों में से एक है जो दिन के कुछ विशेष समय में यातायात के लिए बदनाम है. दिवाली के मौसम में न केवल शहर में बल्कि आसपास के शहरों उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा, हरियाणा के गुरुग्राम और फरीदाबाद सहित अन्य शहरों में भी प्रमुख सड़कें लगभग पूरे दिन जाम रहती हैं.
गुरुवार को भी यातायात जाम की स्थिति बनी रही और दक्षिणी दिल्ली में आउटर रिंग रोड और रिंग रोड, प्रगति मैदान और बदरपुर बॉर्डर के बीच मथुरा रोड, अरबिंदो मार्ग, बारापुला एलिवेटेड रोड, दिल्ली नोएडा डायरेक्ट (डीएनडी) फ्लाईवे, गाजियाबाद की ओर जाने वाले दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे जैसे प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही.
दिल्ली में सभी ट्रैफ़िक कर्मियों की छुट्टियां रद्द
गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए सभी ट्रैफ़िक कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दीं. सोशल मीडिया X पर यूजर ने लिखा कि मैंने दिल्ली में ऐसा ट्रैफ़िक कभी नहीं देखा. दो घंटे से ज़्यादा समय से एक ही जगह पर फंसा हूं, कुछ भी नहीं चल रहा है. 112 पर तीन-चार बार कॉल किया, लेकिन कॉल ड्रॉप होती रही और किसी ने वापस कॉल नहीं किया. क्या गड़बड़ है! त्योहारों का मौसम आने वाला है, ऐसे में अधिकारियों की यह बेहद घटिया योजना है.