नई दिल्ली: दिल्ली और एनसीआर में मंगलवार की सुबह की शुरुआत ही मुश्किल भरी रही. कड़ाके की ठंड के साथ आसमान पर घने कोहरे की परत छाई रही और हवा में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी के करीब पहुंच गया. शहर की रफ्तार धीमी पड़ गई और सुबह से ही जनजीवन प्रभावित होने लगा.
सोमवार को गंभीर श्रेणी में पहुंचे AQI और मंगलवार को जारी कोहरे के अलर्ट ने स्थिति और चुनौतीपूर्ण बना दी. सर्द हवाओं ने स्मॉग की चादर को और गाढ़ा कर दिया. मौसम और प्रदूषण के इस मेल ने दिल्ली-एनसीआर को लगभग थमने पर मजबूर कर दिया.
दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक 385 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी के ऊपरी स्तर में आता है. सर्दी बढ़ने के साथ स्मॉग की परत और गाढ़ी होती जा रही है. सोमवार को यह गंभीर स्तर तक पहुंच गया था. विशेषज्ञ बताते हैं कि ठंडी हवाएं और कम तापमान प्रदूषण को निचली सतह पर रोक देते हैं, जिससे हवा भारी और सांस लेना मुश्किल हो जाता है. लोगों में खांसी, आंखों में जलन और सांस की समस्या आम देखी गई.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गाजियाबाद मंगलवार सुबह सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा. यहां AQI 398 तक पहुंच गया. गुरुग्राम में AQI 294 दर्ज हुआ, जो खराब श्रेणी में आता है, जबकि फरीदाबाद में 243 रिकॉर्ड किया गया. हालांकि गुरुग्राम की हवा अन्य शहरों से बेहतर महसूस हुई, लेकिन प्रदूषण का असर पूरे एनसीआर पर बना रहा. स्मॉग और ठंड के मेल ने सुबह की दिनचर्या को धीमा कर दिया और स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ा दीं.
मौसम विभाग ने दिल्ली और एनसीआर में मंगलवार के लिए घने कोहरे की चेतावनी जारी की. न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस के करीब बना रहा. अधिकतम तापमान 21°C तक पहुंचने की संभावना जताई गई. सुबह के समय कोहरे की मोटी परत छाई रही, जिससे सड़क और हवाई यातायात दोनों प्रभावित हुए. ठंड और स्मॉग के कारण हवा की गुणवत्ता और खराब हुई. दृश्यता कम होने से सुबह की गतिविधियां प्रभावित रहीं और वाहन धीमी रफ्तार में चले.
सोमवार को दिल्ली में सीजन का सबसे घना कोहरा देखा गया. IGI एयरपोर्ट और सफदरजंग में दृश्यता 50 मीटर तक गिर गई, जो बाद में 100 मीटर तक बढ़ी. लेकिन तब तक उड़ान संचालन बुरी तरह प्रभावित हो चुका था. रनवे संचालन में देरी और लैंडिंग में कठिनाई के कारण हवाई समय-सारणी पूरी तरह बिगड़ गई. यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा और कई लोगों की यात्रा योजनाएं बाधित हुईं.
दिल्ली एयरपोर्ट पर मंगलवार को खराब दृश्यता के कारण 128 से ज्यादा उड़ानें रद्द की गईं, 8 को डायवर्ट किया गया और लगभग 200 उड़ानें विलंबित रहीं. उत्तर भारत के अन्य शहरों में भी यही स्थिति बनी रही. एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी कर फ्लाइट स्टेटस लगातार जांचने की सलाह दी. यात्रियों में असमंजस और अफरा-तफरी का माहौल देखा गया. मौसम साफ होने तक उड़ान संचालन सामान्य होने की उम्मीद कम रही.