दिल्ली की राजनीति मंगलवार को उस वक्त हिल गई, जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान एक युवक ने अचानक हमला कर दिया. मुख्यमंत्री ने इसे सिर्फ अपने ऊपर हमला नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता की भलाई के संकल्प पर हमला बताया. उन्होंने कहा कि वह बहुत जल्द फिर से जनता के बीच काम करते हुए दिखाई देंगी.
घटना जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान हुई, जब गुजरात के राजकोट निवासी सकरिया राजेशभाई खीमजीभाई नाम का शख्स एक याचिकाकर्ता के रूप में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचा. जैसे ही वह सामने आया, उसने अचानक रेखा गुप्ता को थप्पड़ मारा, धक्का दिया और उनके बाल पकड़कर खींचने लगा. सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत उसे काबू में कर लिया और बाहर ले गए. हमले के बाद वहां अफरातफरी मच गई और कुछ देर के लिए कार्यक्रम रोकना पड़ा.
हमले के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा, 'स्वाभाविक है कि मैं इस हमले के बाद कुछ समय के लिए सदमे में थी, लेकिन अब मैं बेहतर महसूस कर रही हूं. मैं अपने शुभचिंतकों से निवेदन करती हूं कि वे मुझसे मिलने की चिंता न करें. मैं बहुत जल्द आप सबके बीच काम करती नजर आऊंगी. ऐसे हमले कभी भी मेरी जनता सेवा की भावना और हौसले को तोड़ नहीं सकते. अब मैं पहले से भी ज्यादा ऊर्जा और समर्पण के साथ जनता के बीच रहूंगी.'
आज सुबह जनसुनवाई के दौरान मेरे ऊपर हुआ हमला केवल मेरे ऊपर नहीं, बल्कि दिल्ली की सेवा और जनता की भलाई के हमारे संकल्प पर किया गया एक कायराना प्रयास है।
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) August 20, 2025
स्वाभाविक है कि इस हमले के बाद मैं सदमे में थी, परन्तु अब बेहतर महसूस कर रही हूँ। मैं अपने सभी शुभचिंतकों से निवेदन करती हूँ कि…
सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के हाथ और सिर में चोटें आई हैं, हालांकि हालत स्थिर है. पुलिस ने हमलावर पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई कि आरोपी ने पहले मुख्यमंत्री के पैतृक घर की भी रेकी की थी. सीएम ऑफिस का कहना है कि हमला सोची-समझी साजिश का हिस्सा था. इस बीच, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं.
हमलावर सकरिया के बारे में कई तरह की बातें सामने आई हैं. कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि वह अपने एक रिश्तेदार की गिरफ्तारी से नाराज था. वहीं उसकी मां का कहना है कि बेटा कुत्तों का शौकीन है और वह सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश से नाराज था, जिसमें दिल्ली-एनसीआर में सभी आवारा कुत्तों को शेल्टर में भेजने की बात कही गई थी. फिलहाल पुलिस इन सभी पहलुओं की जांच कर रही है.