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दिल्ली की हवा में घुला जहर, सांस लेना हुआ मुश्किल; जानें किस कैटेगरी में है AQI

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में धुंध की परत छाई हुई है क्योंकि एयर क्वालिटी इंडेक्स 'खराब' और 'बहुत खराब' कैटेगरी के बीच बना हुआ है.

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Km Jaya

नई दिल्ली: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है और राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में घना स्मॉग छाया हुआ दिखाई दे रहा है. क्योंकि एयर क्वालिटी इंडेक्स 'खराब' और 'बहुत खराब' कैटेगरी के बीच बना हुआ है. बवाना, विवेक विहार, आनंद विहार और रोहिणी जैसे इलाकों में AQI 350 से ऊपर पहुंच गया है. इन इलाकों में सुबह से ही धुंध और स्मॉग की मोटी परत देखने को मिली है, जिससे विजिबिलिटी कम हो गई है. 

डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि बहुत खराब श्रेणी की हवा में लगातार रहने से लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है. यह हवा सांस संबंधी बीमारियों, दिल की परेशानियों और आंख व गले में जलन को बढ़ा सकती है. दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने लोगों को एक बार फिर मास्क और एयर प्यूरीफायर का सहारा लेने पर मजबूर कर दिया है. 

किस क्षेत्र में कितना है AQI?

हवा में घुला जहर लगातार बढ़ रहा है और राजधानी के निवासियों के लिए खतरा और गहरा होता जा रहा है. सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्रों में बवाना 367, मुंडका 355, विवेक विहार 355, आनंद विहार 354, जहांगीरपुरी 347, रोहिणी 349 और वजीरपुर 349 शामिल रहे हैं. इन इलाकों में सुबह घना स्मॉग नजर आया है, जिससे लोगों को सड़क पर चलने में कठिनाई हुई है. 

वहीं कुछ इलाकों जैसे NSIT द्वारका 232, IGI एयरपोर्ट T3 229, शादीपुर 268 और आया नगर 269 में AQI थोड़ा कम दर्ज हुआ है, लेकिन ये भी सुरक्षित सीमा से काफी दूर हैं. इन क्षेत्रों में प्रदूषण गंभीर श्रेणी के नीचे रहा है, जिसके बावजूद हवा का असर लोगों ने महसूस किया है.

रिपोर्ट में क्या आया सामने?

रिपोर्ट बताती है कि पराली जलाने का योगदान इस बार कम रहा है और दिल्ली का प्रदूषण मुख्य रूप से स्थानीय वजहों से बढ़ा है. वाहन उत्सर्जन, धूल, औद्योगिक प्रदूषण और ठंडी हवाओं के कारण हवा का स्थिर होना राजधानी की हवा को बेहद खराब स्थिति में ले जा रहा है. EWS के पूर्वानुमान के अनुसार पूरे सप्ताह हवा में कोई सुधार नहीं होगा.

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