दिल्ली का AQI 999+ के पार! सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियोज की क्या है सच्चाई?
सोशल मीडिया पर दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 999 से ऊपर दिखाने वाले कई स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं. हालांकि, सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) और अन्य मॉनिटरिंग डेटा के मुताबिक, ऐसा कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं मिला है.
दिल्ली की हवा एक बार फिर चर्चा में है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कई यूज़र्स ने स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं, जिनमें दिल्ली और एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 999 या उससे अधिक दिखाया गया है. दावा किया जा रहा है कि दिवाली के बाद प्रदूषण ने रिकॉर्ड तोड़ दिए लेकिन सरकारी आंकड़े इन दावों की पुष्टि नहीं करते. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में प्रदूषण “बेहद खराब” स्तर पर जरूर है, मगर 999 जैसी भयावह स्थिति दर्ज नहीं की गई.
‘999 AQI’ के वायरल दावे
सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने दिवाली की रात के वीडियो शेयर किए, जिनमें वायु प्रदूषण का आंकड़ा बताने वाले पोर्टेबल डिवाइस 999 तक AQI दिखा रहे हैं. कुछ पोस्ट्स में दावा किया गया कि सरकार असली आंकड़े छिपा रही है. आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने भी ऐसे वीडियो शेयर कर बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए. हालांकि, इन दावों के पीछे कोई प्रमाणिक आधिकारिक डेटा नहीं मिला है.
आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने एक वीडियो शेयर किया है और इसके कैप्शन में लिखा, 'AQI 999 से भी ज़्यादा सरकार AQI का डाटा छुपा रही है, मगर लोगों के अपने पॉल्यूशन मॉनिटरिंग डिवाइस सच दिखा रहा है । किसी ने ये वीडियो भेजा है। सवाल है सरकार क्यों चाहती है कि लोग बीमार पड़ें ?'
IQAir की रिपोर्ट क्या कहती है
एयर मॉनिटरिंग प्लेटफॉर्म IQAir के अनुसार, दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में पांचवें स्थान पर है. फिलहाल दिल्ली का औसत AQI 166 है, जो “अनहेल्दी” कैटेगरी में आता है. हालांकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में हवा की स्थिति और खराब हो सकती है.
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, हवा की गति धीमी होने और तापमान गिरने से प्रदूषण के कण जमीन के पास जमा हो सकते हैं. इससे राजधानी की हवा और ज्यादा जहरीली हो सकती है. सरकार ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक वाहन प्रयोग से बचें और प्रदूषण कम करने में सहयोग करें.