बिहार सरकार ने सोमवार को एक बार फिर प्रशासनिक फेरबदल करते हुए सात भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारियों का तबादला किया. गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे जितेंद्र राणा को पटना जोन का नया महानिरीक्षक (IG) नियुक्त किया गया है. इसके साथ ही, कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, जो आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है.
गृह विभाग की अधिसूचना के मुताबिक, पटना जोन की मौजूदा IG गरिमा मल्लिक को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का महानिरीक्षक बनाया गया है. मनोज कुमार तिवारी को सीवान का नया पुलिस अधीक्षक (SP) नियुक्त किया गया है. अन्य तबादलों में शामिल हैं.
हाल के तबादलों का सिलसिला
यह तबादला बिहार में हाल के दिनों में हुआ दूसरा बड़ा प्रशासनिक फेरबदल है. कुछ ही दिन पहले, 14 जून 2025 को, राज्य सरकार ने 18 IPS अधिकारियों का स्थानांतरण किया था, जिसमें पटना, सुपौल, पूर्णिया, समस्तीपुर, जमुई और जहानाबाद के SP बदले गए थे. उस दौरान पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अवकाश कुमार को हटाकर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-1, पटना का समादेष्टा बनाया गया था, जबकि पूर्णिया के SP कार्तिकेय शर्मा को पटना का नया SSP नियुक्त किया गया था.
इसके अलावा, 21 जून को बिहार पुलिस सेवा (BPS) के 19 अधिकारियों को 19 अनुमंडलों में अनुमंडल पुलिस अधिकारी (SDPO) के रूप में तैनात किया गया था. इन लगातार तबादलों से यह स्पष्ट है कि नीतीश कुमार सरकार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशासनिक और पुलिस महकमे को चुस्त-दुरुस्त करने में जुटी है.
तबादलों का उद्देश्य
बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इन तबादलों को रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है. पटना, सीवान और अन्य प्रमुख जिलों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिकता है, खासकर जब हाल के महीनों में पटना और मुजफ्फरपुर जैसे शहरों में गोलीबारी और अन्य गंभीर अपराधों की घटनाएं सामने आई हैं. जितेंद्र राणा, जो एक अनुभवी IPS अधिकारी हैं, को पटना जोन का IG बनाए जाने से राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की उम्मीद है. वहीं, गरिमा मल्लिक को निगरानी ब्यूरो की जिम्मेदारी देकर सरकार ने भ्रष्टाचार और अनियमितताओं पर नकेल कसने का संकेत दिया है.