बिहार में हेरोइन और ग्रेनेड के साथ आतंकवादी अरेस्ट; पाकिस्तानी कनेक्शन से मचा हड़कंप
राजबीर सिंह ने 2011 में सेना ज्वाइन की थी. अमृतसर ग्रामीण के घरिनडा थाने में गोपनीयता अधिनियम के तहत दर्ज जासूसी मामले में नाम आने के बाद वह फरवरी 2025 से सेना से फरार हो गया था.
पूर्वी चंपारण: बिहार में सुरक्षा बलों के लिए बड़ी कामयाबी सामने आई है. रक्सौल बॉर्डर के पास हरैया और रक्सौल पुलिस की टीम ने पंजाब स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल के साथ मिलकर 18 दिसंबर को एक आतंकवादी और नशा तस्कर को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम राजबीर सिंह उर्फ फौजी है, जो न केवल आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था, बल्कि नार्को आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा भी था.
सूत्रों के अनुसार, राजबीर सिंह साल 2011 में सेना में शामिल हुआ था. फरवरी 2025 से वह सेना से फरार था, जब उसका नाम अमृतसर ग्रामीण क्षेत्र के घरिनडा थाने में दर्ज जासूसी मामले में आया था. फरारी के दौरान वह नेपाल भाग गया और वहीं से नशे की तस्करी में सक्रिय रहा. पंजाब और हरियाणा में उसके खिलाफ कई केस दर्ज थे, जिनमें महिला थाने पर हैंड ग्रेनेड से हमला और जासूसी के मामले भी शामिल हैं.
पाकिस्तान हैंडलर से था कनेक्शन
गिरफ्तारी के समय राजबीर के कब्जे से 500 ग्राम हेरोइन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ. जांच में यह भी पता चला कि उसका पाकिस्तान स्थित हैंडलर से सीधा कनेक्शन था, जिससे उसके अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी और नशे के नेटवर्क का पता चलता है. पुलिस ने बताया कि आरोपी नेपाल के रास्ते देश से फरार होने की फिराक में था, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता के कारण उसे पकड़ लिया गया.
नार्को आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ सफलता
पुलिस ने राजबीर सिंह को पंजाब ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले लिया है, जहां उससे विस्तृत पूछताछ की जा रही है. अधिकारियों का मानना है कि पूछताछ में नशा और आतंकवाद से जुड़े कई बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं. यह गिरफ्तारी नार्को आतंकी मॉड्यूल के खिलाफ बड़ी सफलता मानी जा रही है और इससे नशे और आतंकवाद के नेटवर्क पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी.
केंद्र स्तर पर जांच तेज
राजबीर सिंह के पाकिस्तान कनेक्शन और नेपाल से तस्करी की जानकारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां राज्य और केंद्र स्तर पर अपनी जांच तेज कर रही हैं. पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें, ताकि ऐसे आतंकवादी और अपराधी जल्द गिरफ्तार किए जा सकें. इस गिरफ्तारी ने बिहार और पड़ोसी राज्यों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित किया है.