पटना: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहेंगे. उन्होंने कहा कि अब केवल गठबंधन सहयोगियों द्वारा औपचारिक चयन बाकी है. जायसवाल ने घोषणा की कि भाजपा विधायक दल मंगलवार सुबह 10 बजे पार्टी के राज्य मुख्यालय में अपना नेता चुनने के लिए बैठक करेगा. इसके तुरंत बाद एनडीए विधायक दल की बैठक होगी जिसमें नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता घोषित करने की औपचारिकता पूरी की जाएगी.
उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह गांधी मैदान में आयोजित किया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के शामिल होने की उम्मीद है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को निवर्तमान सरकार की अंतिम कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की और विधानसभा चुनावों में गठबंधन की व्यापक जीत के बाद अपना इस्तीफा देने और नई एनडीए सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन पहुंचे.
बिहार के मंत्री और भाजपा नेता नितिन नवीन ने बिहार कैबिनेट की बैठक में नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त होने पर कहा, 'नई सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और इस्तीफा होगा, और इससे नई सरकार के गठन का मार्ग भी प्रशस्त होगा. हम अपने संकल्पों को पूरा करने के लिए काम करेंगे.'
भाजपा नेता रामकृपाल यादव ने कहा, 'मैं बिहार की जनता के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने एनडीए को अपार समर्थन और आशीर्वाद दिया है. जिस तरह जनता ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपना विश्वास जताया है, हम सभी प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को आगे ले जाने का काम करेंगे...'
2025 के विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) द्वारा 243 में से 202 सीटें जीतकर बिहार एक नई सरकार की ओर बढ़ रहा है. अब ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि गठबंधन अपने मंत्रिमंडल को कैसे आकार देगा, वरिष्ठ नेताओं ने संकेत दिया है कि नए प्रशासन की रूपरेखा अगले दो से तीन दिनों में तय हो जानी चाहिए. एनडीए जहां सत्ता संभालने की तैयारी कर रहा है, वहीं राजद सार्वजनिक रूप से टूट से जूझ रहा है. लालू प्रसाद की बेटी और तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और परिवार से दूरी बनाने की घोषणा की है. उन्होंने तेजस्वी के करीबी सहयोगियों पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया, जिससे बिहार विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद पार्टी के अंदर संकट और गहरा गया है.