राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और लालू प्रसाद यादव के परिवार से निष्कासित किए गए तेज प्रताप यादव ने पहली बार मीडिया के सामने खुलकर अपनी बात रखी है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में बिहार के पूर्व मंत्री और हसनपुर से विधायक तेज प्रताप ने अपनी बेदखली को साजिश का हिस्सा बताया और अपनी जान को खतरा होने का दावा करते हुए बिहार सरकार से सुरक्षा की मांग की.
तेज प्रताप यादव ने RJD से अपने निष्कासन को एक सुनियोजित साजिश करार दिया. उन्होंने कहा 4-5 लोगों ने मेरे खिलाफ साजिश रची और मुझे पार्टी से बाहर निकाला गया. पूरी बिहार की जनता ने यह देखा है. लोग मेरे स्वभाव और व्यवहार को जानते हैं. मैं हमेशा लोगों के बीच घुलमिलकर रहता हूं, और इसी का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने सोचा कि मुझे अकेला कर दबा देंगे. लेकिन तेज प्रताप यादव दबने वाला नहीं है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह इस साजिश का पर्दाफाश करेंगे और उन लोगों के नाम उजागर करेंगे, जिन्होंने उनके खिलाफ यह कदम उठाया. तेज प्रताप ने कहा कि मैं डरने वाला नहीं हूं. मैं स्थिति का सामना करूंगा और उन 4-5 लोगों के नाम सामने लाऊंगा, जिन्होंने मेरे खिलाफ यह सब किया.
जान को खतरे का दावा, मांगी सुरक्षा
तेज प्रताप ने अपनी जान को खतरा होने की बात कहकर सनसनी फैला दी. उन्होंने बिहार सरकार से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की अपील की. ANI से बातचीत में उन्होंने कहा, "मैं इस समय असुरक्षित महसूस कर रहा हूं. मेरे दुश्मन हर जगह मौजूद हैं. मैं सरकार से मांग करता हूं कि मेरी सुरक्षा बढ़ाई जाए, क्योंकि मेरी जान को खतरा है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि बिहार की जनता उनके साथ है और उनके स्वभाव को समझती है. तेज प्रताप ने अपने समर्थकों से अपील की कि वे उनके साथ खड़े रहें, क्योंकि वह इस "साजिश" के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं.
RJD और परिवार से निष्कासन का विवाद
तेज प्रताप यादव को 25 मई 2025 को RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था और परिवार से भी बेदखल करने की घोषणा की थी. यह कार्रवाई तेज प्रताप के सोशल मीडिया पर अनुष्का यादव के साथ कथित रिश्ते को लेकर एक पोस्ट के बाद हुई, जिसमें उन्होंने 12 साल पुराने संबंध का जिक्र किया था. हालांकि, बाद में तेज प्रताप ने दावा किया कि उनका फेसबुक अकाउंट हैक हो गया था और तस्वीरें AI से एडिट की गई थीं.