बिहार: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और लालू यादव परिवार के अंदर बढ़ते विवादों ने एक बार फिर राजनीतिक हलचल तेज कर दी है. इस बार आवाज किसी सामान्य नेता ने नहीं, बल्कि लालू यादव के बेहद भरोसेमंद सहयोगी और सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट संजय सिंह यादव ने उठाई है. लंबे समय से लालू–राबड़ी परिवार के कानूनी मामलों में सलाहकार रहे संजय सिंह यादव ने पार्टी के अंदर की स्थिति को लेकर बड़ा खुलासा किया है और पहली बार इतने सीधे शब्दों में बयान दिया है.
संजय सिंह यादव के अनुसार, पार्टी में अनुशासनहीनता लगातार बढ़ रही है और इसका सबसे बड़ा नुकसान संगठन को हो रहा है. उन्होंने कहा कि RJD में हालात इतनी जल्दी बिगड़ रहे हैं कि अब लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी का तत्काल हस्तक्षेप बेहद जरूरी हो गया है. उन्होंने साफ कहा कि अगर अभी नहीं रोका गया तो पार्टी को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा.
संजय सिंह यादव ने खुलकर आरोप लगाया कि तेज प्रताप यादव और रोहिणी आचार्य के हालिया बयान और व्यवहार न सिर्फ पार्टी की छवि खराब कर रहे हैं, बल्कि यादव परिवार की साख पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं. उनके मुताबिक कुछ नेता बिना सोच–समझे बयान दे रहे हैं, जिससे जनता के बीच गलत संदेश जा रहा है और संगठन की मजबूती प्रभावित हो रही है. संजय यादव ने कहा कि पार्टी अनुशासन सबके लिए एक जैसा होना चाहिए, लेकिन कई नेता इसे तोड़ने में जुटे हैं.
सबसे चौंकाने वाली बात तब सामने आई जब संजय सिंह यादव ने सीधे-सीधे तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर दिए. उन्होंने कहा कि तेजस्वी का अहंकार पार्टी को तोड़ रहा है और उनके रवैये की वजह से न तो संगठन मजबूत हो पा रहा है और न ही परिवार एकजुट रह पा रहा है. उनके अनुसार, तेजस्वी को अपनी भूमिका पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, वरना स्थिति और बिगड़ सकती है.
संजय सिंह यादव ने लालू और राबड़ी से अपील की है कि वे तुरंत हस्तक्षेप कर स्थिति को संभालें और परिवार को दोबारा एकजुट करें. उन्होंने दावा किया कि पार्टी में 'जयचंद' जैसे लोग सक्रिय हैं, जो अंदरूनी तौर पर संगठन को नुकसान पहुंचा रहे हैं. यदि उन पर समय रहते रोक नहीं लगी, तो पार्टी आने वाले चुनावों में बड़ी मुश्किल में पड़ सकती है. 38 वर्षीय संजय यादव ने कहा कि लाखों कार्यकर्ता लालू–राबड़ी के फैसले पर भरोसा करते हैं और उम्मीद करते हैं कि वे जल्द RJD को मजबूत करने के लिए कदम उठाएंगे.