कहलगांव: बिहार के कहलगांव विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गरमा गया है क्योंकि आने वाले चुनाव में कई मजबूत उम्मीदवार मैदान में हैं. इस सीट पर JD(U), RJD और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है, जबकि कुछ निर्दलीय उम्मीदवार भी मुकाबले को और दिलचस्प बना रहे हैं. जनता दल (यूनाइटेड) से, कांग्रेस के सीनियर नेता सदानंद सिंह के बेटे शुभानंद मुकेश चुनाव लड़ रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि पिछले चुनाव में, शुभानंद ने कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था, लेकिन BJP के पवन कुमार यादव से हार गए थे. इस बार, कांग्रेस पार्टी ने प्रवीण सिंह को अपना ऑफिशियल उम्मीदवार चुना है.
दूसरी ओर, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने झारखंड के मंत्री संजय यादव के बेटे रजनीश भारती को अपना उम्मीदवार बनाया है. जन सुराज पार्टी ने मंजर आलम को टिकट दिया है, जिनसे अल्पसंख्यक वोटरों के एक हिस्से को खींचने की उम्मीद है.
कहलगांव में मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है क्योंकि BJP से बगावत करने वाले पूर्व MLA पवन कुमार यादव निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. उनके साथ, अनुज कुमार मंडल, ओमप्रकाश मंडल, महेंद्र तांती, रामचंद्र मंडल, रूपम देवी और संजू कुमारी समेत कई दूसरे इंडिपेंडेंट उम्मीदवार भी रेस में हैं, जिससे मुकाबला मल्टी-कोणीय हो गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, JD(U) के शुभानंद मुकेश अपने पिता के पुराने पॉलिटिकल नेटवर्क के साथ-साथ अपर-कास्ट और दलित वोटर्स के सपोर्ट पर भरोसा कर रहे हैं. कांग्रेस कैंडिडेट प्रवीण सिंह मुस्लिम-यादव (M-Y) कॉम्बिनेशन और ट्रेडिशनल कांग्रेस सपोर्टर्स पर फोकस कर रहे हैं. RJD को भी इस इलाके में अपने मजबूत M-Y वोट बैंक पर भरोसा है.
इस बार कहलगांव से कुल 13 कैंडिडेट चुनाव लड़ रहे हैं. उनके चुनाव निशान इस तरह हैं:
कई पार्टियों और बागी उम्मीदवारों के मैदान में होने की वजह से कहलगांव सीट पर कांटे की टक्कर और अप्रत्याशित मुकाबला होने वाला है, जहां जीतने वाले का फैसला करने के लिए हर वोट मायने रखेगा.