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Janaki Mandir: सीता माता के जन्मस्थान पर बनेगा 'जानकी मंदिर', मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने शेयर किया मंदिर का डिजाइन

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर अपनी पोस्ट में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "मुझे आपको यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी के पुनर्विकास के लिए भव्य मंदिर और अन्य संरचनाओं का डिज़ाइन अब तैयार है.

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Edited By: Garima Singh
Bihar CM Nitish Kumar
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Bihar CM Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पुनौरा धाम, सीतामढ़ी में निर्माणाधीन "जानकी मंदिर" का अंतिम डिज़ाइन जनता के साथ शेयर  किया. यह पवित्र स्थल, जिसे माता सीता की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है, अब एक भव्य आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित होने जा रहा है. इस परियोजना को गति देने के लिए राज्य सरकार ने एक समर्पित ट्रस्ट का गठन भी किया है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर अपनी पोस्ट में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "मुझे आपको यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी के पुनर्विकास के लिए भव्य मंदिर और अन्य संरचनाओं का डिज़ाइन अब तैयार है. इसके लिए एक ट्रस्ट भी बनाया गया है ताकि निर्माण कार्य में तेज़ी लाई जा सके." उन्होंने मंदिर के प्रस्तावित डिज़ाइन की तस्वीरें भी साझा कीं और कहा, "हम पुनौराधाम, सीतामढ़ी में भव्य मंदिर का निर्माण शीघ्र पूरा करने के लिए कृतसंकल्प हैं." यह परियोजना बिहारवासियों के लिए गर्व का विषय होगी.

विशेषज्ञ सलाहकार और सरकारी समर्थन

पुनौरा धाम जानकी मंदिर के विकास के लिए राज्य मंत्रिमंडल ने नोएडा की एक प्रतिष्ठित निजी फर्म को डिज़ाइन सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है. यह वही संगठन है, जिसने अयोध्या के श्री राम मंदिर के मास्टर प्लान और वास्तुकला में अपनी विशेषज्ञता प्रदान की थी. इसके अतिरिक्त, मंदिर के समग्र विकास के लिए 120 करोड़ रुपये की राशि पहले ही स्वीकृत की जा चुकी है.

तीर्थयात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाएँ

पुनौरा धाम में हर साल लाखों श्रद्धालु, जिनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं, दर्शन के लिए आते हैं. नई विकास योजना के तहत तीर्थ स्थल को और अधिक सुगम और आकर्षक बनाने के लिए कई सुविधाएँ विकसित की जा रही हैं. इनमें 'सीता-वाटिका', 'लव-कुश वाटिका', परिक्रमा पथ, डिस्प्ले कियोस्क, कैफेटेरिया, और बच्चों के लिए विशेष जोन शामिल हैं. साथ ही, तीर्थ स्थल को जोड़ने वाली सड़कों का उन्नयन, थीम आधारित प्रवेश द्वार, और विशाल पार्किंग क्षेत्र का निर्माण भी किया जा रहा है.