बिहार की राजधानी पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र में एक ऐसी वीभत्स और अमानवीय घटना सामने आई है, जिसने पूरे समाज को झकझोर कर रख दिया है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पटना में कार्यरत एक नर्स के दो मासूम बच्चों को अपराधियों ने घर में घुसकर जिंदा जला दिया. इस हृदयविदारक घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि मानवता पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
मृतक बच्चों की पहचान अंजलि और अंश के रूप में हुई है. ये दोनों बच्चे जानीपुर निवासी शोभा देवी और ललन कुमार गुप्ता के पुत्र-पुत्री थे. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दोनों बच्चे उस समय स्कूल से घर लौटे थे, जब यह जघन्य अपराध हुआ. बताया जा रहा है कि अज्ञात अपराधियों ने घर में घुसकर इस क्रूर वारदात को अंजाम दिया. घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अपराधियों ने मासूमों को जिंदा जलाने जैसी क्रूरता को अंजाम दिया.
स्थानीय लोगों के अनुसार, घटना उस समय हुई जब बच्चे घर में अकेले थे. पड़ोसियों ने आग की लपटें और बच्चों की चीख-पुकार सुनकर तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही जानीपुर थाना पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और आग बुझाने के साथ-साथ जांच शुरू कर दी. पुलिस ने घटनास्थल से कुछ महत्वपूर्ण साक्ष्य जमा किए हैं, जिनके आधार पर अपराधियों की तलाश तेज कर दी गई है. फोरेंसिक विशेषज्ञों की एक टीम भी मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्र कर रही है ताकि इस जघन्य अपराध के पीछे के कारणों और अपराधियों का पता लगाया जा सके.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह एक सुनियोजित साजिश प्रतीत हो रही है. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस अपराध के पीछे की मंशा क्या थी. क्या यह निजी रंजिश का मामला है या फिर कोई अन्य कारण, इसकी गहन जांच की जा रही है. पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं और संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है.