Bihar Election 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के पहले चरण को लेकर राजनीतिक तापमान बढ़ता जा रहा है. महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधनों में सीट बंटवारे को लेकर नाराजगी और असहमति का माहौल है. आज सीट बंटवारे लेकर ऐलान किये जाने की संभावना है. महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस, वाम दल और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) शामिल हैं. सीटों के बंटवारे को लेकर बनी तनातनी के बीच कई सीटों पर फ्रेंडली मुकाबले की संभावना है, जहां गठबंधन के अलग-अलग दल आमने-सामने होंगे.
महागठबंधन में कांग्रेस और RJD के बीच सीटों को लेकर तनाव देखा जा रहा है. कांग्रेस अपने लिए कम से कम 65 सीटों की मांग कर रही है, जबकि RJD की योजना 60 से कम सीटें देने की है. अब तक RJD ने कुल 71 उम्मीदवारों को पार्टी का सिंबल दिया है, जबकि कांग्रेस-आरजेडी और वाम दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर अंतिम फैसला होना बाकी है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माले ने 18 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने 6 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की है.
महागठबंधन में फ्रेंडली मुकाबले की संभावना वाले दस प्रमुख सीटों में घोषी, मटिहानी, राजापाकड़, फुलवारी, कहलगांव, पालीगंज, मांझी, बछवाड़ा, तरारी और कुटुंबा शामिल हैं. इन सीटों पर गठबंधन के दो दल आमने-सामने खड़े हो सकते हैं, जिससे मुकाबला और दिलचस्प होने की संभावना है.
एनडीए में भी सीटों पर असहमति का माहौल है. चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के खिलाफ जेडीयू ने चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है. ये सीटें सोनबरसा, गायघाट, राजगीर और एकमा हैं. वहीं, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (सेकुलर) के नेता जीतन राम मांझी ने भी दो सीटों मखदुमपुर और बोधगया पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है. इससे एनडीए में भी फ्रेंडली मुकाबलों की संभावना बढ़ गई है.
इस बार का बिहार चुनाव इसलिए भी दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि गठबंधन के भीतर आपसी सहमति नहीं बन पाने की स्थिति में कई सीटों पर मुकाबला तय है. इस चुनाव में वोटर्स का रुझान निर्णायक साबित हो सकता है. फ्रेंडली मुकाबले और गठबंधनों के बीच टकराव के चलते राजनीतिक वातावरण बेहद गर्म है और परिणामों की प्रतीक्षा में सभी पार्टियां सक्रिय हो गई हैं.