नई दिल्ली: युवा भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल इन दिनों जबरदस्त फॉर्म में हैं. टेस्ट क्रिकेट में तो वो पहले से ही भारत के भरोसेमंद बल्लेबाज बन चुके हैं, लेकिन अब उन्होंने व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है.
हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के आखिरी मैच में शानदार शतक जड़कर उन्होंने सेलेक्टर्स को साफ संदेश दे दिया है कि वो टी20 टीम में भी जगह बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने के बाद यशस्वी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों के बाद अब भारतीय टेस्ट टीम की नई पीढ़ी में यशस्वी अहम हिस्सा बन चुके हैं. हालांकि, उनका सपना सिर्फ लाल गेंद तक सीमित नहीं है. वो टी20 और वनडे में भी भारत के लिए लगातार खेलना चाहते हैं.
जायसवाल को अभी तक उन्हें व्हाइट बॉल क्रिकेट में लगातार मौके नहीं मिले हैं. 2023 एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का हिस्सा रहने के बावजूद टी20 इंटरनेशनल में वो जगह पक्की नहीं कर पाए.
हालांकि, यशस्वी ने हार नहीं मानी है. उन्होंने कहा, 'मेरा सपना टी20 वर्ल्ड कप खेलना है. लेकिन मैं अभी अपने खेल पर फोकस कर रहा हूं और अपने मौके का इंतजार कर रहा हूं.'
23 साल की उम्र में ही यशस्वी समझ चुके हैं कि मौका मिले तो उसे दोनों हाथों से पकड़ना है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज इसका जीता-जागता सबूत है. पहले दो मैचों में संघर्ष करने के बाद तीसरे वनडे में विशाखापट्टनम में उन्होंने नाबाद 108 रनों की धुआंधार पारी खेली और भारत को 9 विकेट से जीत दिलाई.
यशस्वी सिर्फ बल्लेबाजी तक सीमित नहीं रहना चाहते. जब उनसे पूछा गया कि क्या वो भविष्य में टीम इंडिया की कप्तानी करना चाहेंगे, तो उनका जवाब बिलकुल साफ था 'हां, अगर मुझे मौका मिले तो मैं जरूर भारत की कप्तानी करना चाहूंगा.'
अभी शायद कोई यशस्वी को कप्तान के तौर पर नहीं सोच रहा लेकिन उनकी यह महत्वाकांक्षा दिखाती है कि वो कितने बड़े लक्ष्य रखते हैं. हालांकि, फिलहाल टीम मैनेजमेंट शुभमन गिल को तीनों फॉर्मेट के कप्तान के तौर पर देख रहा है.