यश दयाल की थम नहीं रही मुश्किलें, उत्तर प्रदेश टी20 लीग में खेलने पर लगा बैन!

Yash Dayal: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के तेज गेंदबाज यश दयाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रेप केस के आरोप के बाद अब उन्हें उत्तर प्रदेश टी20 लीग से बैन किया जा सकता है.

Social Media
Praveen Kumar Mishra

Yash Dayal: उत्तर प्रदेश के तेज गेंदबाज यश दयाल के लिए मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के इस खिलाड़ी पर लगे गंभीर आरोपों ने उनके करियर पर सवालिया निशान लगा दिए हैं. हाल ही में, नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा उनकी जमानत रद्द होने के बाद अब उत्तर प्रदेश टी20 लीग में उनके खेलने पर भी रोक लगा दी गई है.

यश दयाल उत्तर प्रदेश टी20 लीग में गोरखपुर लायंस टीम का हिस्सा थे. इस साल हुई नीलामी में गोरखपुर लायंस ने उन्हें सात लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया था. लेकिन अब उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (UPCA) ने उनके खिलाफ दर्ज मामलों के चलते उन्हें लीग में खेलने से रोकने का फैसला किया है. दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपीसीए ने फ्रेंचाइजी को साफ निर्देश दिए हैं कि यश को इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी.

गाजियाबाद और जयपुर में दर्ज हैं मामले

यश दयाल पर गाजियाबाद की एक युवती ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था, जिसके बाद उनके खिलाफ वहां एफआईआर दर्ज की गई. इसके अलावा, जयपुर में भी एक नाबालिग लड़की ने उनके खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाया. आरोप है कि यश ने आईपीएल 2025 के दौरान जयपुर के एक होटल में लड़की को बुलाकर उसके साथ गलत व्यवहार किया. शिकायत में यह भी कहा गया कि पहली बार दुष्कर्म के समय लड़की की उम्र 17 साल थी, जिसके चलते पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.

यूपीसीए का रुख और फ्रेंचाइजी की प्रतिक्रिया

यूपीसीए ने यश दयाल पर लगे इन गंभीर आरोपों को देखते हुए सख्त कदम उठाया है. सूत्रों का कहना है कि क्रिकेट संघ नहीं चाहता कि ऐसे विवादों में फंसा खिलाड़ी लीग का हिस्सा बने. हालांकि, यूपीसीए ने इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

दूसरी ओर गोरखपुर लायंस के मालिकाना हक वाली कंपनी गौड़ संस के मालिक विशेष गौड़ ने कहा, "हमें यूपीसीए की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. यश दयाल का नाम अभी भी हमारी टीम में शामिल है. अगर हमें कोई निर्देश मिलता है, तो हम उसी हिसाब से फैसला लेंगे."