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कहां गए 2019 के चैम्पियन? ODI में क्रांति लाने वालों का ये कैसा पतन, वर्ल्ड कप का सपना टूटने पर क्या अब नींद से जागेंगे अंग्रेज?

World Cup 2023: इंग्लैंड को विश्व कप 2023 में अफगानिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका के खिलाफ हार ने प्रतियोगिता से लगभग बाहर कर दिया है. पिछले चार-पांच वर्षों में एकदिवसीय क्रिकेट में क्रांति लाने वाली टीम का ये हाल कैसे हुआ?

Antriksh Singh
Edited By: Antriksh Singh
कहां गए 2019 के चैम्पियन? ODI में क्रांति लाने वालों का ये कैसा पतन, वर्ल्ड कप का सपना टूटने पर क्या अब नींद से जागेंगे अंग्रेज?

England Cricket Team: इंग्लैंड का विश्व कप 2023 सफर लगभग खत्म हो गया है. श्रीलंका के खिलाफ हार के बाद उनको रविवार को टीम इंडिया के द्वारा और बुरी तरह पीटे जाने की संभावना है. यह विडंबना है कि एक टीम जिसने पिछले चार-पांच वर्षों में एकदिवसीय, टेस्ट और टी20 क्रिकेट में क्रांति ला दी और दो बार विश्व चैंपियन बनी, वह इस साल वर्ल्ड कप से लगभग सबसे पहले बाहर हो गई है.

अफगानिस्तान के खिलाफ हार के बाद श्रीलंका से भी मार

इस विश्व कप में उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ झटका लगा. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हार और अब श्रीलंकाई टीम से पूरी तरह से हार का सामना करना पड़ा.  इंग्लैंड कमजोर, निराश, मानसिक तौर पर टूटी हुई, चोटिल है और जीत का वो नजरिया खो चुका है जिसे इयोन मोर्गन के नेतृत्व में इतनी खूबसूरती से विकसित किया गया था.

चिन्नास्वामी में इतना कम स्कोर!

फिलहाल यह पांच मैचों में उनकी चौथी हार है - और श्रीलंका के खिलाफ लगातार पांचवीं जीत. जबकि लंका के पास संभवतः सभी टीमों में सबसे कमजोर बॉलिंग लाइन-अप है. अंग्रेज एम चिन्नास्वामी जैसे ऐसे स्थान पर जहां 350 से कम कुछ भी बेकार है, वहां 156 पर ऑल आउट हो गए. ये चिन्नास्वामी में 50 ओवरों में इंग्लैंड का सबसे कम एकदिवसीय स्कोर है.

खल रही है जेसन रॉय की कमी

जेसन रॉय की अनुपस्थिति ने टॉप ऑर्डर में एक शून्य छोड़ दिया है. जिसमें डेविड मालन रन तो बना रहे हैं लेकिन उस तूफानी अंदाज से नहीं जिसने 2019 में इंग्लैंड को क्रिकेट का बादशाह बना दिया था. नंबर 3 पर जो रूट भी एंकर की भूमिका निभा रहा है, और यह हैरान करने वाला है कि हैरी ब्रुक XI में जगह नहीं बना पा रहे. उनकी फॉर्म कंसिस्टेंट नहीं है.

बटलर अपने आईपीएल फॉर्म से काफी पीछे गिर गए हैं. बल्लेबाज और कप्तान के रूप में एक जबरदस्त निराशा ने सवाल उठाया है कि क्या नंबर 5 उनके लिए सही जगह है.

वनडे क्रिकेट को प्राथमिकता नहीं

इस निराशाजनक असफलता की तह तक जाने की कोशिश करते हैं. इंग्लैंड ऐसी टीम नजर आती है जो वनडे क्रिकेट को प्राथमिकता नहीं देती है. विश्व कप से पहले, इंग्लैंड ने 2023 में 13 एकदिवसीय मैच खेले. जबकि भारत ने 21, न्यूजीलैंड ने 17, पाकिस्तान ने 16 मैच खेले. केवल ऑस्ट्रेलिया ने आठ और दक्षिण अफ्रीका ने 10 मैच खेले हैं.

‘द हंड्रेड’ के प्रति बढ़ते जुनून और टेस्ट क्रिकेट को प्राथमिकता देने से परिदृश्य में बदलाव आया है. 14 जुलाई, 2019 से इंग्लैंड ने 56 टेस्ट और 55 एकदिवसीय मैच खेले हैं. जबकि वर्तमान अंक तालिका में टॉप पर रहने वाली टीम भारत ने 65 एकदिवसीय मैच खेले हैं.

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बेन स्टोक्स इस बार 'ऑलराउंडर' नहीं हैं

2019 विश्व कप फाइनल के हीरो, 2022 टी20 विश्व कप फाइनल के हीरो बेन स्टोक्स इस बार बिल्कुल फीके हैं. वे फिट नहीं हैं. पहले ही वनडे से संन्यास ले चुके थे. उनको मनाकर टीम में लाना काम नहीं कर पाया क्योंकि वे गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं. पिछले विश्व कप में, स्टोक्स ने टीम को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

ये स्थिति कुछ-कुछ भारत में हार्दिक पांड्या से थोड़ी मिलती-जुलती है. हार्दिक की अनुपस्थिति में भारत एक अतिरिक्त बल्लेबाज और गेंदबाज का विकल्प चुनता है. केवल एक अंतर यह है कि उनका टॉप ऑर्डर शतक बना रहा है और गेंदबाज पांच विकेट ले रहे हैं.

एक ऑलराउंडर क्या कर सकता है ये मैथ्यूज ने दिखाया

अगर आप ताजा मैच देखें तो लंका ने अपने पुराने शेर एंजेलो मैथ्यूज को प्लेइंग 11 में सीधा शामिल किया जो मुख्य रूप से एक बल्लेबाज हैं. लेकिन मैथ्यूज का गेंदबाजी योगदान खेल बदलने वाला था. इंग्लैंड के छह ओवर में 44/0 के साथ, मैथ्यूज ने मलान के विकेट से साझेदारी समाप्त की, और फिर रूट को रन आउट कर दिया. मैथ्यूज ने 25वें ओवर में लौटने से पहले तीन ओवर फेंके, जहां उन्होंने मोइन को आउट किया.

सबसे खराब डिफेंडिंग चैम्पियन ना बन जाए इंग्लैंड

इंग्लैंड कहीं यहां वर्ल्ड कप इतिहास का सबसे खराब डिफेंडिंग चैम्पियन ना बन जाए. 1999 में श्रीलंका की टीम ने अपने खिताब का बचाव करते हुए खुद को अंक तालिका में सबसे निचले स्थान से दूसरे पर पाया था. ये अब तक वर्ल्ड कप में डिफेंडिंग चैम्पियन का सबसे खराब प्रदर्शन है.