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India Daily

'मेरे पास शब्द नहीं, मैं टूट चुका हूं', बेंगलुरु हादसे पर आया विराट कोहली का पहला रिएक्शन

विराट कोहली ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं. मैं पूरी तरह से दुखी हूं."

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Virat Kohli first reaction came on Bengaluru stampede

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की पहली आईपीएल जीत का जश्न एक भयानक हादसे में तब्दील हो गया जब बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास बुधवार को मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 47 से अधिक लोग घायल हो गए. इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया और क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह जश्न गम में बदल गया.

विराट कोहली का भावुक संदेश

टीम के स्टार बल्लेबाज और आरसीबी के प्रमुख चेहरे विराट कोहली ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं हैं. मैं पूरी तरह से दुखी हूं."

यह संदेश उन्होंने आरसीबी की ओर से जारी आधिकारिक बयान के साथ साझा किया. उनके शब्दों ने हादसे की गंभीरता और उनके दिल में उठे दर्द को स्पष्ट कर दिया.

RCB ने जताया शोक, सुरक्षा को बताया प्राथमिकता

आरसीबी फ्रेंचाइज़ी ने एक बयान जारी कर कहा, "हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बेहद आहत हैं. टीम के स्वागत के लिए बेंगलुरु भर में हुए सार्वजनिक आयोजनों को लेकर जो कुछ भी मीडिया में सामने आया है, वह हमारे लिए बेहद चिंता का विषय है."

टीम ने यह भी स्पष्ट किया कि जैसे ही स्थिति की जानकारी मिली, उन्होंने अपना कार्यक्रम संशोधित किया और प्रशासन की सलाह का पालन किया. साथ ही उन्होंने सभी समर्थकों से सुरक्षित रहने की अपील की.

प्रशासन की लापरवाही और बेकाबू भीड़

हादसे के वक्त हजारों की संख्या में लोग स्टेडियम के बाहर इकट्ठा हो गए थे. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा आयोजित मुख्य सम्मान समारोह विधान सौध की सीढ़ियों पर शुरू हुआ, वहीं दूसरी ओर चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास भीड़ बेकाबू हो चुकी थी. लोगों में खिलाड़ियों की एक झलक पाने की इतनी ललक थी कि भीड़ एक "मानव सागर" जैसी नजर आ रही थी, जिसे संभालना मुश्किल हो गया.

आरसीबी के जीत के बाद मंगलवार रात से ही फैंस का उत्साह चरम पर था. बुधवार को जब खिलाड़ी बेंगलुरु पहुंचे, तो स्वागत को लेकर कई स्तर पर भ्रम था. कार्यक्रम की योजना अधूरी और जल्दबाजी में बनाई गई, जिससे सुरक्षा प्रबंध पूरे नहीं हो सके.