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India Daily

'जिस दिन मैं फटूंगा...,' T-20 विश्व कप से पहले कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भरी हुंकार; किसे दिया बड़ा मैसेज?

कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपनी खराब फॉर्म को लेकर खुलकर और ईमानदारी से बात की है. अहमदाबाद की जीएलएस यूनिवर्सिटी में छात्रों से बातचीत के दौरान उन्होंने अपने करियर के इस मुश्किल दौर को सीखने की प्रक्रिया बताया.

Anuj
Edited By: Anuj
 Suryakumar Yadav

अहमदाबाद: भारतीय टी-20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपनी खराब फॉर्म को लेकर खुलकर और ईमानदारी से बात की है. अहमदाबाद की जीएलएस यूनिवर्सिटी में छात्रों से बातचीत के दौरान उन्होंने अपने करियर के इस मुश्किल दौर को सीखने की प्रक्रिया बताया. इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सूर्यकुमार का सकारात्मक और आत्मविश्वास से भरा नजरिया लोगों को काफी पसंद आ रहा है. 

 

सूर्यकुमार यादव का बड़ा बयान

सूर्यकुमार यादव ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी का करियर हमेशा एक जैसा नहीं चलता. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हर खिलाड़ी के जीवन में ऐसे दौर आते हैं, जब प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहता. लेकिन इसे बुरा समय कहने के बजाय वह इसे सीखने का समय मानते हैं. उनके मुताबिक, यह एक ऐसा चरण होता है, जहां खिलाड़ी खुद को बेहतर समझता है और अपनी गलतियों से सीखता है. उन्होंने माना कि उनके करियर में भी फिलहाल उतार-चढ़ाव चल रहा है, लेकिन वह इसे लेकर निराश नहीं हैं.

'आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है'

टीम में अपनी भूमिका को लेकर सूर्यकुमार ने कहा कि इस समय टीम के बाकी 14 खिलाड़ी उनके लिए मजबूत सहारा बने हुए हैं. उन्हें भरोसा है कि उनके साथी खिलाड़ी जानते हैं कि जिस दिन मैं फटूंगा, क्या होगा. उन्होंने कहा कि टीम का विश्वास उनके लिए सबसे बड़ी ताकत है और यही उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है. खराब फॉर्म के बावजूद उनका मानसिक संतुलन पूरी तरह मजबूत है और वह खुद पर भरोसा बनाए हुए हैं.

छात्रों को एक आसान उदाहरण देकर समझाया

सूर्यकुमार ने छात्रों को एक आसान उदाहरण देते हुए समझाया कि जैसे अगर किसी छात्र के परीक्षा में कम नंबर आ जाते हैं, तो वह स्कूल छोड़ने का फैसला नहीं करता. बल्कि वह और मेहनत करता है, अपनी कमियों पर काम करता है और अगली बार बेहतर प्रदर्शन करता है. उन्होंने कहा कि वह भी क्रिकेट में बिल्कुल यही कर रहे हैं. वह मेहनत कर रहे हैं और अच्छे प्रदर्शन के साथ वापसी करना चाहते हैं.

खराब फॉर्म से जूझ रहे सूर्यकुमार यादव

यह बयान ऐसे समय आया है, जब टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सूर्यकुमार यादव का प्रदर्शन लगातार सवालों के घेरे में है. साल 2025 उनके लिए अब तक खास नहीं रहा है. उन्होंने 19 पारियों में सिर्फ 218 रन बनाए हैं. उनका औसत 13.62 और स्ट्राइक रेट 123.16 रहा है, जो उनके स्तर के खिलाड़ी के लिए काफी कम माना जा रहा है. एशिया कप में उनका सर्वोच्च स्कोर 47 रन रहा, जबकि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में चार पारियों में वह सिर्फ 34 रन ही बना सके.

कप्तान के पास बड़ा मंच

टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज 3-1 से जीत ली थी, लेकिन कप्तान के रूप में सूर्यकुमार का व्यक्तिगत प्रदर्शन चिंता का विषय बना रहा. अब उनके पास एक और बड़ा मौका है. अगले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टी-20 सीरीज में वह अपने प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देना चाहेंगे. सूर्यकुमार यादव को उम्मीद है कि वह अपने शब्दों को मैदान पर रन में बदलेंगे और टीम प्रबंधन के भरोसे पर खरे उतरेंगे.