नई दिल्ली: अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया गया है. शुभमन गिल का इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में चयन नहीं किया गया है. यह फैसला शनिवार 20 दिसंबर को आधिकारिक रूप से सामने आया, जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव देवजीत सैकिया ने 15 सदस्यीय टीम की घोषणा की. हालांकि, गिल को टीम में नहीं लेने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका था.
रिपोर्ट के अनुसार, यह फैसला बुधवार 17 दिसंबर को लखनऊ में हो गया था. उस दिन धुंध के कारण भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाने वाला चौथा टी20 मैच रद्द हो गया था. उसी दौरान चयनकर्ताओं और टीम मैनेजमेंट ने तय कर लिया था कि शुभमन गिल को टी20 वर्ल्ड कप 2026 की टीम में शामिल नहीं किया जाएगा. हैरानी की बात यह रही कि इस फैसले की जानकारी शनिवार सुबह तक खुद गिल को नहीं दी गई थी. शुभमन गिल से मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर, कप्तान सूर्यकुमार यादव और मुख्य कोच गौतम गंभीर ने इस संबंध में कोई बात नहीं की.
इस तरह से फैसला होने और जानकारी न दिए जाने को लेकर भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में असंतोष की आशंका जताई जा रही है. खिलाड़ियों के बीच भरोसे की कमी और असहज माहौल बनने की बात भी कही जा रही है. जिस तरह से गिल को अचानक टीम से बाहर किया गया, उससे उनके मन में निराशा और अपमान की भावना आ सकती है.
गिल के बाहर होने के संकेत पहले ही मिलने लगे थे, जब यह खबर आई कि बल्लेबाजी के दौरान उनके पैर के अंगूठे में चोट लग गई है. इसके बाद उन्हें प्लेइंग-11 से बाहर का रास्ता दिखा दिया. हालांकि, बाद में जांच में सामने आया कि चोट ज्यादा गंभीर नहीं थी. शुरुआत में मेडिकल टीम को हेयरलाइन फ्रैक्चर का शक था, लेकिन स्कैन रिपोर्ट में यह सिर्फ हल्की चोट निकली. सूत्रों के अनुसार, गिल दर्द निवारक दवा लेकर अहमदाबाद में होने वाला अगला मैच खेलना चाहते थे, लेकिन टीम मैनेजमेंट पहले ही उन्हें बाहर करने का मन बना चुका था.
गिल का हालिया प्रदर्शन भी चयन के फैसले में एक कारण बताया जा रहा है. उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों में कुल 32 रन ही बनाए थे. इस फैसले में मुख्य कोच गौतम गंभीर की भूमिका को भी अहम माना जा रहा है. एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने कहा कि इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के आधार पर गिल को टी20 टीम का उपकप्तान बनाना ही एक गलत फैसला था. खासकर तब, जब संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी लगातार अच्छा कर रहे थे. उनका मानना है कि टी20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले गिल को बाहर करना चयन समिति की गलती सुधारने की कोशिश है, जिसमें कोच का प्रभाव साफ नजर आता है.
अगर कप्तान सूर्यकुमार यादव की बात करें, तो उनका पिछले एक साल का टी20 रिकॉर्ड काफी निराशाजनक रहा है. इसके बावजूद वह टीम में बने हुए हैं. आंकड़ों के अनुसार, 2025 में गिल ने 15 पारियों में 291 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 137 से ज्यादा रहा है. वहीं, सूर्यकुमार यादव ने 19 पारियों में सिर्फ 218 रन बनाए हैं, वह भी 123.2 के स्ट्राइक रेट से, जो उनके करियर का सबसे कमजोर प्रदर्शन माना जा रहा है. इसके अलावा यह भी चर्चा है कि सूर्यकुमार की दाहिनी कलाई अभी पूरी तरह ठीक नहीं है.
इन सब बातों के बीच यह सवाल भी उठ रहा है कि इस फैसले का असर गिल और गौतम गंभीर के रिश्ते पर क्या पड़ेगा. गिल अभी भी भारत के लिए दो अन्य फॉर्मेट में कप्तानी कर रहे हैं. ऐसे में अचानक और बिना बातचीत के उन्हें टी20 टीम से बाहर करना ड्रेसिंग रूम में अविश्वास पैदा कर सकता है. कई जानकारों का मानना है कि अगर सूर्यकुमार यादव का प्रदर्शन आगे भी बेहतर नहीं हुआ, तो उनकी जगह भी खतरे में पड़ सकती है. गौतम गंभीर के बारे में कहा जाता है कि उनके लिए जीत ही सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है. आज अगर गिल टीम से बाहर हैं, तो आने वाले समय में सूर्यकुमार यादव की बारी भी आ सकती है.