साउथ अफ्रीका ने टेस्ट सीरीज में भारत का क्लीन स्वीप कर दिया. मेहमान टीम ने कोलकाता के बाद गुवाहटी में शानदार जीत हासिल की. हेड कोच गौतम के दौर में टीम के लगातार गिरते प्रदर्शन और टूटते घरेलू किले ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए है. गुवाहाटी में दक्षिण अफ्रीका के हाथों मिली 408 रन की शर्मनाक हार ने भारतीय क्रिकेट के लिए एक नए संकट का संकेत दे दिया है.
गौतम गंभीर की कोचिंग में टीम के प्रदर्शन पर पहले से उठ रहे सवाल इस नतीजे के बाद और तेज हो गए हैं. कभी अपने घरेलू मैदानों को ‘अजेय किला’ मानने वाली भारतीय टीम पहली बार 'सबसे खराब' और 'सबसे बड़ा अंतर' जैसी दुर्लभ श्रेणियों में जगह बना रही है. यह हार एक ऐसे दौर की कहानी कह रही है, जो उम्मीदों से उलट साबित हो रहा है।
टेस्ट फॉर्मेट में रनों के लिहाज से भारत की यह अबतक की सबसे बड़ी हार रही. टेम्बा बावुमा के नेतृत्व में साउथ अफ्रीका की टीम ने भारत में 25 साल पुराना इतिहास दोहराया. टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार टीम के आत्मविश्वास को बुरी तरह हिला गई है.
अक्टूबर 2024 में न्यूजीलैंड की टीम ने भारत का 3-0 से क्लीन स्विप किया था. यह पहला ऐसा मौका बना, जब भारत को घरेलू जमीन पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप झेलना पड़ा. ऑस्ट्रेलिया ने 2024-25 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 3-1 से जीतकर भारत के 10 साल के दबदबे का लगभग अंत कर दिया था. इस हार के साथ भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की दौड़ से भी बाहर हो गया था.
घरेलू धरती पर भारतीय टीम को टेस्ट फॉर्मेट में कुछ ही समय में दो बार क्लीन स्विप का सामना करना पड़ा. पहले न्यूजीलैंड ने भारत का 3-0 से क्लीन स्विप किया था और अब साउथ अफ्रीका ने भारत का उसी की धरती पर 2-0 से सूपड़ा साफ किया. यह वह स्थिति है, जिसकी कल्पना करना भी पहले मुश्किल था.
गौतम गंभीर की कोचिंग में भारत ने साल 2024 में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई वनडे सीरीज भी गंवा दी थी. श्रीलंका ने भारत को 2-0 से हराया था. ऐसा 27 सालों में पहली बार हुआ था. इसी सीरीज में भारतीय टीम तीनों मैचों में ऑलआउट हुई, जो टीम के वनडे इतिहास में पहली घटना है.