भारतीय टीम में वापसी की राह पर पृथ्वी शॉ, ताबड़तोड़ अंदाज में शतक ठोककर किया बड़ा ऐलान

Prithvi Shaw Hundred: भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का करियर विवादों से घिरा रहा है और वे टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. ऐसे में शॉ वापसी की पूरी कोशिश कर रहे हैं और इसी कड़ी में उन्होंने रणजी ट्रॉफी से पहले ताबड़तोड़ अंदाज में शतक जड़ा है.

X
Praveen Kumar Mishra

Prithvi Shaw Hundred: पृथ्वी शॉ भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे युवा बल्लेबाज, एक बार फिर सुर्खियों में हैं. अपनी प्रतिभा और जुझारू अंदाज के दम पर वे भारतीय टीम में वापसी की मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. हाल ही में पुणे में मुंबई के खिलाफ एक अभ्यास मैच में पृथ्वी ने शानदार शतक जड़कर सबका ध्यान खींचा. 

पृथ्वी शॉ ने इस सीजन में मुंबई को छोड़कर महाराष्ट्र की ओर से खेलने का फैसला किया. यह उनके लिए एक बड़ा बदलाव था क्योंकि वे लंबे समय तक मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते रहे. महाराष्ट्र के लिए अपने पहले ही टूर्नामेंट, बुची बाबू इनविटेशनल टूर्नामेंट में, उन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ शतक ठोककर अपनी नई शुरुआत को यादगार बनाया. अब पुणे में मुंबई के खिलाफ अभ्यास मैच में उनकी बल्लेबाजी ने फिर से सबको प्रभावित किया.

पृथ्वी शॉ ने ठोका शतक

पुणे के एमसीए इंटरनेशनल क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए तीन दिवसीय अभ्यास मैच में पृथ्वी ने अपने साथी सलामी बल्लेबाज अर्शिन कुलकर्णी के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 305 रनों की विशाल साझेदारी की. यह साझेदारी मात्र 49.4 ओवर में पूरी हुई, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी का सबूत है.

जहां अर्शिन ने 140 गेंदों में 186 रन बनाए, जिसमें 33 चौके और चार छक्के शामिल थे, वहीं पृथ्वी ने शुरूआत में संयम बरता और फिर 144 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. उनकी इस पारी में तेज गेंदबाजों और स्पिनरों के खिलाफ शानदार संतुलन दिखा.

मुंबई के दिग्गज गेंदबाजों को लिया आड़े हाथ

पृथ्वी और अर्शिन की इस तूफानी बल्लेबाजी का सामना मुंबई की मजबूत गेंदबाजी लाइन-अप ने किया. मुंबई की टीम में शार्दुल ठाकुर, तुषार देशपांडे, तनुष कोटियन, शम्स मुलानी और ऑलराउंडर शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी शामिल थे. शार्दुल ठाकुर को इस मैच में खासा संघर्ष करना पड़ा और उन्होंने सात ओवर में 75 रन लुटाए. 

संघर्षों से भरा रहा सफर

पृथ्वी शॉ का क्रिकेट करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. 2018 में अंडर-19 विश्व कप में भारत को चैंपियन बनाने के बाद उन्होंने उसी साल टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया. तब उन्हें भारतीय क्रिकेट का अगला सुपरस्टार माना जा रहा था. हालांकि, फॉर्म, फिटनेस और अनुशासन से जुड़ी समस्याओं ने उनके करियर को प्रभावित किया. पिछले साल उन्हें मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से बाहर कर दिया गया था.