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India Daily

बचपन में अंगूठा गंवाया, बाल-बाल बची जान, अब पैरालंपिक में सिल्वर जीतकर किया कमाल, कौन हैं तुलसीमति मुरुगेसन?

Paris Paralympics 2024  तुलसीमति इस साल मानसी जोशी के साथ मिलकर वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर जीच चुकी हैं. अब उन्होंने पेरिस पैरालंपिक में भी सिल्वर जीतकर कमाल कर दिया है. मतलब लगातार यह खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करती आई हैं.

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Bhoopendra Rai
Thulasimathi Murugesan
Courtesy: Twitter

Paris Paralympics 2024: पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारतीय एथलीट्स ने 2 सितंबर को कमाल का प्रदर्शन किया. इस दिन कुल 8 मेडल जीते. देश की बैडमिंटन खिलाड़ी तुलसीमति मुरुगेसन ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए सिल्वर पर कब्जा किया. वो भारत की पहली महिला पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं, जिन्होंने इस बार देश को सिल्वर मेडल जिताया है. खास बात ये है कि यह किसी भी भारतीय महिला पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी का पैरालंपिक में बेस्ट प्रदर्शन है.

22 साल की तुलसीमति मुरुगेसन गोल्ड मेडल के लिए उतरी थीं. उन्हें चीन की यांग क्यू जिया से 17-21, 10-21 से हार मिली. इस तरह उनके खाते में सिल्वर आया. जानिए आखिर कौन हैं तुलसीमति मुरुगेसन और कौन है उनकी सफलता के पीछे....

कौन हैं तुलसीमति मुरुगेसन?

तुलसीमति मुरुगेसन पैरा बैडमिंटन प्लेयर हैं. उनका जन्म 11 अप्रैल 2022 को तमिलनाडु में हुआ था. एक हादसे में बचपन में अंगूठा गंवा दिया था. फिर एक और हादसा हुआ, जिसमें उनकी जान बाल-बाल बची. इस हादसे में उनका बांया हाथ और खराब हो गया. हालांकि उन्होंने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करती रहीं. तुलसीमति 7 साल की उम्र से ही बैडमिंटन खेल रही हैं.



किसे आदर्श मानती हैं?

देश को सिल्वर दिलाने वाली इस बैडमिंटन प्लेयर ने पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी से ट्रेनिंग ली है. वो भारत की बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल को अपना आदर्श मानती हैं. मुरुगेसन को यहां तक पहुंचने में उनके पिता का अहम रोल रहा है. पिता ने हमेशा ही अपनी बेटी का सपोर्ट किया और हर पल उसके साथ खड़े रहे.



2022 में पीएम मोदी ने किया था सलाम

तुलसीमति मुरुगेसन साल 2022 में चर्चा में आई थीं. उन्होंने एशियन पैरा गेम्स 2022 में देश को SL3-SU5 और SU5 में 3 मेडल दिलाए थे. फिर दिसंबर 2023 में मुरुगेसन ने महिला डबल्स में मानसी जोशी के साथ फाजा दुबई पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल 2023 में देश को गोल्ड दिलाया था. उस वक्त देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुलसीमति की कामयाबी को सलाम किया था.