'गौतम गंभीर से भारतीय क्रिकेट को बचा लो...', पूर्व क्रिकेटर ने BCCI से लगाई गुहार
साउथ अफ्रीका के खिलाफ सूपड़ा साफ होने के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर ने गौतम गंभीर पर निशाना साधा है. उन्होंने बीसीसीआई से गंभीर को हटाने की गुहार लगाई है.
नई दिल्ली: भारत को घर में टेस्ट मैच हराना कभी नामुमकिन सा लगता था. स्टीव वॉ ने तो 2001 में इसे “फाइनल फ्रंटियर” कहा था. लेकिन अब हालात बदल गए हैं. न्यूजीलैंड ने भारत को घर में 3-0 से क्लीन स्वीप किया.
कीवी टीम के बाद अब साउथ अफ्रीका ने भी दो मैचों की सीरीज 2-0 से जीत ली. 2024 से अब तक भारत का घर पर दो बार क्लीन स्वीप हो चुका है. अब सवाल सिर्फ हार का नहीं बल्कि कोचिंग और रणनीति का है.
घर में लगातार मिल रही हार
गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद भारत ने घर में खेले सात टेस्ट मैचों में से पांच हार गए हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन और साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों में हाल मिली.
गुवाहाटी में साउथ अफ्रीका से 408 रनों की करारी शिकस्त के बाद गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुद का बचाव किया. उन्होंने कहा कि फैसला बीसीसीआई को करना है लेकिन वे वही गौतम गंभीर हैं जिन्होंने कोच रहते हुए एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीती.
मनोज तिवारी ने निकाली भड़ास
हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो यह होना ही था. मुझे पहले से पता था कि चीजें सही नहीं चल रही हैं. जो प्रोसेस ये लोग फॉलो कर रहे हैं वह गलत है. प्लान सही नहीं है. बार-बार टीम में बदलाव हो रहे हैं. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हो. न्यूजीलैंड सीरीज हो या अब साउथ अफ्रीका हर जगह यही देखने को मिला."
तिवारी यहीं नहीं रुके. उन्होंने साफ कहा कि अब समय आ गया है कि टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए अलग रेड बॉल कोच नियुक्त किया जाए. "हां बिल्कुल. इसमें कोई शक नहीं. अब वक्त आ गया है कि बीसीसीआई यह फैसला ले. भारतीय टेस्ट क्रिकेट को बचाना है तो यही एक रास्ता है."
गंभीर को क्रेडिट लेने का हक नहीं
गंभीर ने अपने बचाव में एशिया कप और चैंपियंस ट्रॉफी की जीत का जिक्र किया था. लेकिन मनोज तिवारी ने उस पर भी करारा जवाब दिया. उनका कहना है कि व्हाइट बॉल की दोनों ट्रॉफी में असली मेहनत राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा की थी. टीम पहले से ही मजबूत और सेट थी. गंभीर सिर्फ उस तैयार टीम के साथ आए और क्रेडिट ले रहे हैं.