Asia Cup 2025: पूर्व भारतीय क्रिकेटर केदार जाधव ने बीसीसीआई से आगामी एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैचों का बहिष्कार करने की अपील की है. टूर्नामेंट 9 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाला है. जाधव का यह बयान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद आया है.
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक शामिल थे. हमलावरों ने कथित तौर पर धार्मिक पहचान के आधार पर लोगों को निशाना बनाया. 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) ने शुरुआत में हमले की जिम्मेदारी ली थी, लेकिन बाद में इससे इनकार कर दिया. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टीआरएफ के प्रमुख शेख सज्जाद गुल को इस हमले का मास्टरमाइंड बताया है.
भारत की जवाबी कार्रवाई
भारत ने जवाबी कार्रवाई में 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इसके बाद सैन्य कार्रवाइयों में तेजी आई, लेकिन द्विपक्षीय युद्धविराम समझौते के तहत तनाव कम हुआ.
क्रिकेटरों की बहिष्कार की मांग
केदार जाधव ने एएनआई से बात करते हुए कहा, "मुझे नहीं लगता कि भारतीय टीम को खेलना चाहिए. मेरा यह भी मानना है कि भारत नहीं खेलेगा. भारत जहां भी पाकिस्तान का सामना करेगा, वे जीतेंगे ही. लेकिन यह मैच निश्चित रूप से नहीं होना चाहिए. मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि ऐसा नहीं होगा." हरभजन सिंह जैसे अन्य क्रिकेटरों ने भी बीसीसीआई से इस मुकाबले का बहिष्कार करने का आग्रह किया है. हालांकि, पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का रुख अलग है. उन्होंने पिछले महीने कहा था, "भारत-पाकिस्तान क्रिकेट हमेशा से सरकारी मंजूरी पर निर्भर रहा है. अगर सरकार मैच की इजाजत देती है, तो मैच खेला जाएगा. मैंने पहले भी कहा है कि आतंकवाद रुकना चाहिए. लेकिन अगर सरकार हरी झंडी दे देती है, तो मैच जारी रहना चाहिए."
एशिया कप का हाइब्रिड मॉडल
भारत और पाकिस्तान के बीच 14 अगस्त को ग्रुप चरण में मुकाबला होने की संभावना है. अगर दोनों टीमें फाइनल में पहुंचती हैं, तो टूर्नामेंट में तीन बार भिड़ंत हो सकती है. भारत ने यूएई में खेलने का फैसला किया है, क्योंकि दोनों देशों ने 2012-13 के बाद से कोई द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं खेली है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) ने हाइब्रिड मॉडल अपनाया है, ताकि राजनीतिक संवेदनशीलताओं का ध्यान रखा जाए.
पिछले बहिष्कार का उदाहरण
जुलाई-अगस्त में वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स के दौरान भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल सहित सभी मैचों का बहिष्कार किया था. यह टी-20 प्रतियोगिता यूनाइटेड किंगडम में आयोजित हुई थी, जिसमें रिटायर्ड क्रिकेटरों ने हिस्सा लिया था.