Dream 11: भारत में ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगाने वाले नए कानून प्रिवेंशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग एक्ट 2025 के लागू होने के बाद क्रिकेट की दुनिया में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. इस कानून का असर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से लेकर खिलाड़ियों की जेब तक पड़ने वाला है.
ड्रीम 11 भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी का लीड स्पॉन्सर है और उसके साथ बीसीसीआई का करार खत्म हो गया है. इसके अलावा, कई बड़े खिलाड़ियों की स्पॉन्सरशिप डील भी खतरे में है, जिससे उन्हें 150-200 करोड़ रुपये का सामूहिक नुकसान होने की आशंका है.
BCCI ने ड्रीम 11 के साथ 358 करोड़ रुपये का तीन साल का करार किया था, जो 2026 तक चलना था. लेकिन नए कानून के बाद बीसीसीआई ने इस साझेदारी को खत्म करने का फैसला किया है. इसका मतलब है कि भारतीय टीम 2025 के एशिया कप में बिना स्पॉन्सर के उतर सकती है या फिर कोई नया स्पॉन्सर ढूंढना होगा. इसके अलावा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का माय11 सर्कल के साथ 125 करोड़ रुपये का करार भी खतरे में है.
यह नुकसान सिर्फ बीसीसीआई तक सीमित नहीं है. भारतीय क्रिकेटरों को व्यक्तिगत स्तर पर भी भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय खिलाड़ी सामूहिक रूप से 150-200 करोड़ रुपये की कमाई गंवा सकते हैं. कई बड़े खिलाड़ी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के साथ जुड़े हैं, और इन स्पॉन्सरशिप डील्स से उनकी अच्छी-खासी कमाई होती थी.
टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली MPL के ब्रैंड एमेबैस्डर हैं और इससे उन्हें सालाना 10-12 करोड़ रूपए मिलते हैं. इसके अलावा रोहित शर्मा को ड्रीम 11 से 6-7 करोड़ और एमएस धोनी को विन्जो से 6-7 करोड़ रूपए मिलते हैं. ऐसे में उनकी यह कमाई भी अब खतरे में आ गई है.
इनके अलावा जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या, केएल राहुल, ऋषभ पंत, शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ी भी ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों के साथ करार में हैं. इन डील्स से खिलाड़ियों की कुल आय का 5-10% हिस्सा आता था लेकिन कुछ खिलाड़ियों जैसे मोहम्मद सिराज के लिए यह राशि उनकी कुल कमाई का 50-100% तक हो सकती थी.