IND vs SA: रोहित शर्मा के पास रांची में इतिहास रचने का मौका, तेंदुलकर-कोहली की लिस्ट में मारेंगे एंट्री

साउथ अफ्रीका के खिलाफ रांची में खेले जाने वाले पहले वनडे मैच में रोहित शर्मा के पास बड़ा मौका है. हिटमैन इस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं.

BCCI (X)
Praveen Kumar Mishra

नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा इन दिनों शानदार फॉर्म में हैं. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में उनके पास दो बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने का सुनहरा मौका है. 

पहला मैच 30 नवंबर को रांची के JSCA स्टेडियम में खेला जाएगा और सभी की नजरें हिटमैन पर टिकी होंगी. रोहित इस मुकाबले में शतक लगाते ही एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे.

रोहित शर्मा को 98 रनों की दरकार

रोहित शर्मा अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट में 502 मैच खेलकर 19,902 रन बना चुके हैं. इसमें उनके 50 शतक और 109 अर्धशतक शामिल हैं. सिर्फ 98 रन और बनाते ही वे 20,000 रनों का आंकड़ा छू लेंगे. अगर ऐसा होता है तो वे दुनिया के सिर्फ 14वें और भारत के चौथे बल्लेबाज बन जाएंगे जिन्होंने यह कारनामा किया है.

इस खास क्लब में पहले से सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गज मौजूद हैं. सचिन सबसे ऊपर हैं 34,357 रनों के साथ, विराट तीसरे नंबर पर (27,673 रन) और द्रविड़ सातवें स्थान पर (24,208 रन) हैं. 

छक्के लगाने में भी कर सकते हैं कारनामा

रोहित शर्मा के बल्ले से अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 642 छक्के निकल चुके हैं. सिर्फ 8 छक्के और जड़ते ही वे 650 छक्कों का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे. सबसे खास बात यह है कि अब तक कोई भी बल्लेबाज 600 छक्के भी नहीं लगा पाया है. 

दूसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के धुरंधर क्रिस गेल हैं जिन्होंने 483 मैचों में 553 छक्के लगाए हैं. यानी रोहित इस मामले में भी सबसे आगे हैं और रिकॉर्ड को और दूर ले जाने वाले हैं.

फॉर्म भी है शानदार

रोहित हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में शानदार लय में दिखे थे. तीन मैचों में उन्होंने 202 रन बनाए और औसत रहा 101 का. आखिरी मैच में तो उन्होंने नाबाद 121 रनों की शानदार पारी खेली थी. 

फरवरी 2025 के बाद यह उनका पहला घरेलू वनडे सीरीज है. ऐसे में भारतीय फैंस को उम्मीद है कि हिटमैन रांची की पिच पर आग उगलेंगे. रोहित शर्मा के लिए यह सीरीज सिर्फ तीन अंक हासिल करने की नहीं बल्कि अपने नाम दो बड़े विश्व रिकॉर्ड दर्ज करने की है.