कुछ हफ़्ते पहले ही इंग्लैंड में ऐसी चर्चा थी कि बेन स्टोक्स और उनकी टीम एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को एशेज की तैयारी के तौर पर देखेगी. भारत विराट कोहली और रोहित शर्मा के बिना था. लेकिन शुभमन गिल और उनकी युवा ब्रिगेड ने अपनी बात शुरू में ही स्पष्ट कर दी थी यह सीरीज़ गायब खिलाड़ियों के बारे में नहीं है बल्कि उन खिलाड़ियों के बारे में थी जो आ चुके हैं. सीरीज़ का पहला मैच, लीड्स, बल्ले से दमदार प्रदर्शन के बावजूद, भारत के लिए बिलकुल सही नहीं रहा. लेकिन बर्मिंघम में, उन्होंने ऐसा मुक्का मारा जिसने इंग्लैंड को हिलाकर रख दिया, बाज़बॉल के अहंकार को ठेस पहुंचाई और प्रचार को ध्वस्त कर दिया.
अब, क्रिकेट का गढ़, लॉर्ड्स, एक ऐसे मुकाबले के लिए तैयार है जो सीरीज़ का रुख पलट सकता है. अब कोई भी एशेज की बात नहीं कर रहा. इस हफ़्ते, इस मंच पर, सबकी नज़र इस बात पर टिकी है कि एजबेस्टन में मिली करारी हार के बाद इंग्लैंड बुमराह की वापसी को संभाल पाएगा या नहीं. जवाब में इंग्लैंड ने पासा फेंका है, चार साल बाद तेज़ गेंदबाज़ जोफ़्रा आर्चर को वापस बुलाया है, उम्मीद है कि वह गिल और उनके बल्लेबाज़ों की गति धीमी कर पाएंगे, जिन्होंने एजबेस्टन के मैदान पर रिकॉर्ड तोड़ दिए थे.
इंग्लैंड की रणनीति बदलेगी?
इंग्लैंड की रणनीति पूरी तरह से बदल गई है. बैजबॉल के जमाने में वे सपाट पिचों पर भी खूब फलते-फूलते रहे हैं और किसी को भी मात देने की हिम्मत रखते थे. उन्होंने लीड्स में 371 और तीन साल पहले एजबेस्टन में 378 रनों का लक्ष्य हासिल किया था. लेकिन गिल की दो धमाकेदार पारियों (269 और 161) और बर्मिंघम में भारत के 1,000 से ज़्यादा रनों के पहाड़ के बाद, वो कहानी बिखरती नज़र आ रही है.
कैसी होगी पिच?
एजबेस्टन में 336 रन से हार के बाद कप्तान गिल ने कहा, लॉर्ड्स में अभी देखेंगे कैसा विकेट दे रहा है. मुझे नहीं लगता है इतना फ्लैट विकेट देने वाला है. और यहीं इंग्लैंड की दुविधा है. क्या वे लॉर्ड्स की पिच पर मसाला डालने की हिम्मत रखते हैं? इसे हरा बनाइए, और वे आराम कर चुके बुमराह के साथ-साथ जोश से भरे सिराज और आकाशदीप को भी उतार देंगे, जो पूरी तरह से खलबली मचाने वाले दिख रहे थे.
शुभमन गिल की भारतीय टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है. उनकी बल्लेबाजी पूरी तरह से ऑटोपायलट मोड में है. आकाशदीप के एजबेस्टन में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद पहले से ही जोश में चल रही टीम में बुमराह की वापसी के साथ, गेंदबाजी भी दमदार और दमदार दिख रही है. दूसरी ओर, इंग्लैंड की टीम चोटिल है और उससे भी ज़्यादा उलझन में है.