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India Daily

IND vs ENG: शतक के लालच में आउट हुए ऋषभ पंत, केएल राहुल ने मानी गलती

राहुल जब शतक के करीब थे, तब 33 वर्षीय राहुल ने लंच के आखिरी ओवर में ऑफ स्पिनर शोएब बशीर की गेंद पर ऋषभ पंत को एक रन के लिए प्रेरित किया, लेकिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने शानदार थ्रो फेंककर नॉन-स्ट्राइकर पर भारतीय विकेटकीपर को रन आउट कर दिया.

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Edited By: Gyanendra Sharma
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Courtesy: Social Media

केएल राहुल के धैर्य और ऋषभ पंत के संयमित साहस के बावजूद तीसरे दिन इंग्लैंड की शुरुआती बढ़त बनाने की कोशिशें लगभग दो घंटे तक नाकाम रहीं. हालांकि, लंच से कुछ मिनट पहले भारत की लय तब ढीली पड़ गई जब पंत एक सिंगल चुराने के चक्कर में रन आउट हो गए.

राहुल जब शतक के करीब थे, तब 33 वर्षीय राहुल ने लंच के आखिरी ओवर में ऑफ स्पिनर शोएब बशीर की गेंद पर ऋषभ पंत को एक रन के लिए प्रेरित किया, लेकिन इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने शानदार थ्रो फेंककर नॉन-स्ट्राइकर पर भारतीय विकेटकीपर को रन आउट कर दिया.

141 रनों की साझेदारी टूटी

पंत के 72 रन पर आउट होने से चौथे विकेट के लिए 141 रनों की साझेदारी टूटी. राहुल ने दूसरे सत्र की शुरुआत में ही अपना शतक पूरा किया, लेकिन अगले ही ओवर में बशीर के 100 रन पर आउट हो गए. निचले क्रम ने इंग्लैंड के साथ पहली पारी के स्कोर को 387 पर बराबर करने के लिए संघर्ष किया, लेकिन राहुल ने स्वीकार किया कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए उनके प्रयास ने भारत की लय में बाधा डाली.

केएल राहुल ने कहा कि उससे कुछ ओवर पहले बातचीत हुई थी. मैंने उससे (पंत से) कहा था कि अगर हो सका तो लंच से पहले मैं अपना शतक पूरा कर लूंगा. और लंच से पहले बशीर के आखिरी ओवर में मुझे लगा कि मेरे शतक बनाने का अच्छा मौका है, लेकिन, हां, बदकिस्मती से मेरी गेंद सीधे फील्डर के हाथ में चली गई.

रन आउट ने मैच का रुख बदल दिया

उन्होंने आगे कहा, यह ऐसी गेंद थी जिस पर मैं चौका लगा सकता था. फिर वह बस यही चाहते थे कि मैं स्ट्राइक रोटेट करूं और देखूं कि क्या वह मुझे वापस स्ट्राइक पर ला सकते हैं. लेकिन, हां ऐसा नहीं होना चाहिए था, उस समय एक रन आउट ने सचमुच मैच का रुख बदल दिया. यह हम दोनों के लिए निराशाजनक था. ज़ाहिर है, कोई भी अपना विकेट इस तरह नहीं गंवाना चाहता.

राहुल ने अपना दसवां और इंग्लैंड में चौथा टेस्ट शतक जड़ा. वह प्रतिष्ठित लॉर्ड्स में दो टेस्ट शतक लगाने वाले पहले एशियाई सलामी बल्लेबाज़ बन गए. 2012 के बाद से इस मैदान पर इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों समेत किसी भी सलामी बल्लेबाज़ ने दो टेस्ट शतक नहीं लगाए हैं, लेकिन राहुल को तिहरे अंक तक पहुंचने के तुरंत बाद आउट होने का मलाल है.

उन्होंने कहा कि बेशक थोड़ी निराशा हुई क्योंकि चायकाल से ठीक पहले तक हम वाकई अच्छी स्थिति में थे. ज़ाहिर है मैंने और ऋषभ ने लंबी साझेदारी की और फिर हम दोनों जल्दी-जल्दी आउट हो गए. वह लंच से ठीक पहले आउट हुए और मैं लंच के ठीक बाद. यह आदर्श नहीं था, इसलिए आपके पास शीर्ष पांच में ऐसे बल्लेबाज थे जिन्होंने अच्छी शुरुआत की थी, इसलिए आदर्श रूप से आप चाहते हैं कि उनमें से कोई एक या दोनों आगे बढ़कर बड़ा स्कोर बनाएं और इसी तरह आप टेस्ट मैच में आगे बढ़ते हैं.