IND vs AUS: वर्ल्ड कप 2023 से पहले ऑस्ट्रेलिया को ODI सीरीज में दूर करनी होंगी अपनी ये समस्याएं
India vs Australia ODI Series: आइए उन चार प्रमुख मुद्दों पर एक नजर डालें, जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम को भारत के खिलाफ अपनी तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के दौरान हल करना होगा.

India vs Australia ODI 2023: ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम (Australia Cricket Team) एकदिवसीय विश्व कप (World Cup 2023) इतिहास की सबसे सफल टीम है जिसके नाम पांच खिताब हैं. साथ ही, वह कुल मिलाकर एकदिवसीय क्रिकेट में भी सबसे सफल टीम है. ऑस्ट्रेलिया ने इस प्रारूप में 983 मैचों में से 596 जीते हैं.
इसलिए, जब भी विश्व कप टूर्नामेंट नजदीक आता है, ऑस्ट्रेलिया से बड़ी उम्मीदें रहती हैं, क्योंकि वह अक्सर एक असली दावेदार होती है. ऑस्ट्रेलिया के पास इस बड़े टूर्नामेंट में जाने के लिए एक अच्छी तरह से संतुलित टीम है.
हालांकि, ऑस्ट्रेलिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2-0 से आगे होने के बाद पांच मैचों की श्रृंखला हारने से कुछ चिंताएं पैदा हुई हैं. इसलिए, पैट कमिंस और उनकी टीम को विश्व कप में कुछ प्रमुख मुद्दों को हल करना होगा.
इसे ध्यान में रखते हुए, आइए उन चार प्रमुख मुद्दों पर एक नजर डालें, जिन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ सीरीज में ठीक करना होगा.
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गेंदबाजी में सुधार
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी आक्रमण दुनिया में सबसे अच्छा है, लेकिन हाल ही में इसका प्रदर्शन कुछ कमजोर रहा है. पैट कमिंस ने अब वापसी कर ली है. मिशेल स्टार्क वनडे के बेस्ट बॉलर में शामिल हैं. जोश हेजलवुड भी विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पास मिशेल मार्श, कैमरन ग्रीन और मार्कस स्टोइनिस के तौर पर और भी सीम बॉलिंग विकल्प हैं. ऐसे में वे तीन स्पेशलिस्ट तेज गेंदबाजों के साथ शायद ही उतरें. लेकिन पहला वनडे मोहाली में है जहां पर कंगारू तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरने पर मजबूर हो सकते हैं. ऐसे में उन्हें तय करना होगा कि वर्ल्ड कप में वे कमिंस और स्टार्क के तौर पर सिर्फ दो स्पेशलिस्ट बॉलर खिलाते हैं या तीन के साथ जाते हैं.
ऑलराउंडर कौन होंगे:
ऑस्ट्रेलिया के पास मिचेल मार्श, कैमरन ग्रीन और मार्कस स्टोइनिस के रूप में तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं. लेकिन इन तीनों ने उस तरह का प्रदर्शन हाल में नहीं किया है. मार्श की जगह तो पक्की है लेकिन ग्लैन मैक्सवेल की वापसी की बाद कंगारूओं को देखना होगा कि वे तीन हरफनमौला को कैसे फिट कर पाते हैं. ग्रीन और स्टोइनिस में किसी एक को चुनना आसान नहीं होगा.
स्पिन विकल्पों पर गौर करना होगा
एश्टन एगर अब ऑस्ट्रेलियाई वनडे टीम में एडम जम्पा के बाद दूसरे स्पिनर के रूप में निश्चित हैं. उन्होंने इस साल की शुरुआत में भारत दौरे के दौरान केवल एक मैच खेला था, लेकिन चेन्नई में सीरीज जीतने वाले तीसरे वनडे में दो महत्वपूर्ण विकेट लिए थे. एगर का टी20 विश्व कप के लिए उपलब्ध होना तय है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को अपनी आगामी सीरीज के लिए उनके बाएं हाथ के स्पिनर की अनुपस्थिति में सामना करना होगा.
क्या ऑस्ट्रेलिया एडम ज़म्पा और तनवीर संघा के रूप में दो लेग स्पिनरों के साथ खेलेगा? या क्या वे ग्लेन मैक्सवेल पर भरोसा कर सकते हैं? क्या ऑस्ट्रेलिया फिर तीन विशेषज्ञ तेज गेंदबाजों की ओर रुख करेगा?
जम्पा और मैक्सवेल ही एकमात्र वास्तविक स्पिन विकल्प हैं. कमिंस ऐसे में मार्नस लाबुशेन की लेग ब्रेक से काम चलाना चाहेंगे.
डेविड वॉर्नर का ओपनिंग पार्टनर कौन होगा?
ट्रेविस हेड की कलाई की चोट का मतलब है कि वॉर्नर के लिए एक और ओपनर की तलाश करनी होगी. क्या मार्श उस जगह को भर सकते हैं. या मैथ्यू शॉर्ट या जोश इंग्लिस को शामिल करना पड़ेगा. शॉर्ट ने दक्षिण अफ्रीका में T20I सीरीज़ के दौरान बढ़िया खेल दिखाया है और उनके पास लिस्ट ए में भी अच्छे नंबर हैं.
इस बीच, इंग्लिस कई समय से विभिन्न दौरे पर एक अतिरिक्त बल्लेबाज रहे हैं, लेकिन अभी तक वनडे में कोई निर्णायक पारी नहीं खेल पाए हैं. शॉर्ट विश्व कप टीम का हिस्सा नहीं हैं और उन्हें शामिल किए जाने की संभावना नहीं है, इसलिए ऑस्ट्रेलिया टॉप पर मार्श और वॉर्नर के साथ बने रहने के लिए तैयार है.