वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप क्रिकेट का सबसे प्रतिष्ठित टेस्ट टूर्नामेंट है और ICC इसको वैश्विक स्तर पर और मज़बूत बनाने के लिए लगातार आयोजन स्थलों को लेकर सोचती रही है. हालांकि इस बार फिर से इंग्लैंड को अगले तीन संस्करणों की मेज़बानी मिली है, जिससे यह साफ है कि ICC फिलहाल किसी और देश को इसकी ज़िम्मेदारी देने के मूड में नहीं है.
ICC की सिंगापुर में हुई सालाना बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 2027, 2029 और 2031 के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल्स इंग्लैंड में कराए जाएंगे. लॉर्ड्स में हाल ही में हुए WTC फाइनल में साउथ अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था, और यह आयोजन हर दृष्टि से सफल रहा था. इससे पहले 2021 में साउथैम्प्टन और 2023 में ओवल में खेले गए फाइनल भी दर्शकों की अच्छी मौजूदगी और बेहतरीन माहौल के साथ सम्पन्न हुए थे.
कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि 2027 से WTC फाइनल भारत में हो सकता है, लेकिन ICC ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) की "सफल आयोजन क्षमता" को देखते हुए फिर से उसी पर भरोसा जताया है. जून की विंडो, जिसमें इंग्लैंड की गर्मियों की शुरुआत होती है और अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल हल्का होता है, फाइनल के लिए सबसे मुफ़ीद मानी जाती है.
ECB के CEO रिचर्ड गूल्ड ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें इस बात का भरोसा है कि इंग्लैंड ही वह जगह है, जहां किसी भी दो टीमों के फाइनल मैच के लिए टिकट आसानी से बिक सकते हैं. उन्होंने कहा, "हम यह दावा नहीं करते कि मेज़बानी सिर्फ हमें ही मिलनी चाहिए, लेकिन इंग्लैंड में इसका आयोजन व्यावसायिक और दर्शकीय दोनों लिहाज से सफल रहता है. अगर किसी न्यूट्रल देश में भीड़ नहीं आई, तो इस टूर्नामेंट की चमक फीकी पड़ सकती है."
उन्होंने यह भी बताया कि इंग्लैंड का अनुभव और यहां के स्टेडियमों का माहौल, ICC के लिए लगातार भरोसेमंद विकल्प बना हुआ है. यही वजह है कि ICC के अध्यक्ष जय शाह भी हालिया लॉर्ड्स फाइनल के दौरान पूरी तरह उत्साहित नज़र आए थे.
हालांकि यह तय हो गया है कि WTC के अगले तीन फाइनल इंग्लैंड में होंगे, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि सभी मैच लॉर्ड्स में होंगे या नहीं. ESPNcricinfo के सूत्रों के अनुसार, ICC इस पर विचार कर रही है कि क्या हर बार एक ही मैदान को प्राथमिकता दी जाए या फिर ओवल, हेडिंग्ले जैसे अन्य प्रतिष्ठित मैदानों को भी शामिल किया जाए.
2021 में कोविड के कारण दर्शक सीमित थे, लेकिन तब भी स्टेडियम का माहौल शानदार रहा. 2023 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच फाइनल ने दर्शकों का ध्यान खींचा और टिकट्स हाउसफुल रहे. ऐसे में ICC यह जोखिम नहीं लेना चाहती कि किसी नई लोकेशन पर आयोजन करवा कर फाइनल का आकर्षण कमजोर पड़ जाए.